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Kargil Vijay Diwas 2021: देशभक्ति से महक रहीं लद्दाख की फिजाएं, इस बार खास है कारगिल विजय दिवस

Kargil Vijay Diwas 2021 कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में इस बार सेना ने दो मोटरसाइकिल रैलियों का आयोजन किया है। इनमें से एक दल इस समय लेह से दौलत-बेग-ओल्डी में 17 हजार फीट की ऊंचाई से होकर द्रास जाने के रास्ते पर है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 07:52 AM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 07:52 AM (IST)
Kargil Vijay Diwas 2021: देशभक्ति से महक रहीं लद्दाख की फिजाएं, इस बार खास है कारगिल विजय दिवस
सेना की विजय मशाल भी वीरों का हौसला बढ़ाने के लिए 23 जुलाई को लद्दाख पहुंच रही है।

जम्मू, विवेक सिंह: लद्दाख की फिजाओं में इन दिनों देशभक्ति का जोश अधिक हिलोरे मार रहा है। कारगिल की चोटियों को पाकिस्तान के कब्जे से मुक्त करवाने के 22 साल जो हो गए हैं। साथ ही वर्ष 1971 के युद्ध में लेह के तुरतक में अपना 800 वर्ग किलोमीटर इलाका पाकिस्तान से वापस लेने के भी 50 साल होने का भी एक अलग सुकून है।

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कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई) पर भारतीय सेना के वीरों की शौर्य गाथाएं द्रास आने के लिए प्रेरित कर रही हैं। कारगिल 22 साल पहले हुए युद्ध में पाकिस्तान पर जीत का जश्न मनाने की तैयारियां कर रहा है तो नोबरा 50 साल पहले लड़े गए युद्ध की याद में सियाचिन क्रिकेट प्रतियोगिता के बहाने मैदान में उतरा है। वर्ष 1971 के युद्ध में भारतीय सेना ने तुरतुक का 800 किलोमीटर इलाका पाकिस्तान से वापस छीन लिया था। तुरतक सियाचिन ग्लेशियर जाने का प्रवेशद्वार है। इसलिए यह अहम कूटनीतिक जीत थी।

इस बार खास है कारगिल विजय दिवस: इस बार कारगिल विजय दिवस खास है। राष्ट्रपति एवं सशस्त्र सेनाओं के सुप्रीम कमांडर राम नाथ कोविन्द कारगिल पहुंच रहे हैं। इस बार 1999 के कारगिल युद्ध के साथ ही वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देने और इस ऐतिहासिक युद्ध में शामिल रहे जीत के नायकों को सम्मानित करने की तैयारी है। स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य में सेना की विजय मशाल भी वीरों का हौसला बढ़ाने के लिए 23 जुलाई को लद्दाख पहुंच रही है। इस समय विजय मशाल कश्मीर में अपने स्वर्णिम पथ पर है।

मोटरसाइकिल सवारों की दो रैलियां भी: कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में इस बार सेना ने दो मोटरसाइकिल रैलियों का आयोजन किया है। इनमें से एक दल इस समय लेह से दौलत-बेग-ओल्डी में 17 हजार फीट की ऊंचाई से होकर द्रास जाने के रास्ते पर है। दूसरा दल उत्तरी कमान मुख्यालय ऊधमपुर से रवाना होने की तैयारी कर रहा है। ऊधमपुर के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल अभिनव नवनीत ने बताया कि यह दल 22 जुलाई को उत्तरी कमान मुख्यालय के ध्रुव वॉर मेमोरियल से कारगिल के लिए रवाना होगा।

यादगार बनाने की तैयारी: लद्दाख में सेना और अवाम ने ऐतिहासिक दिवस के उपलक्ष्य में अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। लेह के नोबरा में क्रिकेट प्रतियोगिता, लेह में मोटर साइकिल रैली, कारगिल के फरोना में आर्मी गुडविल स्कूल में पेंङ्क्षटग प्रतियोगिता के साथ अन्य कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। श्रीनगर के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल एमरान मुसावी ने बताया कि द्रास में कारगिल विजय दिवस को यादगार बनाने की तैयारी है। द्रास वॉर मेमोरियल में दो दिवसीय मुख्य कार्यक्रम 25 जुलाई से शुरू होगा। 


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