Olympian Ravi Dahiya in Jammu: ओलंपियन रवि दहिया बोले- अब वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप के गोल्ड मेडल पर है मेरी नजर
ओलंपियन रवि दहिया ने सबसे पहले अपने मेंटर विक्रांत महाजन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के जीवन में मेंटर की अहम भूमिका होती है और विक्रांत महाजन ने उनका सही मार्गदर्शन किया है और आज इसका नतीजा सभी के सामने है।
जम्मू, विकास अबरोल। टोक्यो ओलिंपिक में रेसलिंग में रजत पदक जीतकर भारत के नाम को चार चांद लगाने वाले पहलवान रवि दहिया की अब वर्ल्ड रेसलिंग प्रतियोगिता के गोल्ड मेडल पर नजर है। इसके लिए वह अगले महीने से तैयारियों में जुट जाएंगे।
जम्मू में पत्रकारों से बात करते हुए ओलंपियन रवि दहिया ने सबसे पहले अपने मेंटर विक्रांत महाजन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के जीवन में मेंटर की अहम भूमिका होती है और विक्रांत महाजन ने उनका सही मार्गदर्शन किया है और आज इसका नतीजा सभी के सामने है। अपनी भावी योजनाओं के संबंध में पूछे सवाल के जवाब में रवि दहिया ने कहा कि 2 से 10 अक्टूबर को नार्वे के ओस्लो शहर में वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप का आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए मैं अगले महीने से ही तैयारी करने जा रहा हूं। मुझे हर हाल में इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतना है।
हरियाणा के सोनीपत के गांव नाहरी के रहने वाले ओलंपियन रवि दहिया मेहमाननवाजी देखकर काफी भावुक हुए। उन्होंने कहा कि मैं अगले महीेन से छत्रसाल स्टेडियम में ही प्रेक्टिस करूंगा। इससे पहले भी मैंने इसी स्टेडियम में ही प्रेक्टिस की थी। मैं वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप के लिए अपनी जी-जान लगा दूंगा।
माता वैष्णो देवी के दर्शन कर भावुक हुए
ओलंपियन रवि दहिया ने बताया कि वह माता वैष्णो देवी के दर्शन कर काफी भावुक हो गए। उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में जाने से पहले मन्नत मांगी थी कि पदक जीतने पर वह माता वैष्णो देवी के दर्शन करने जरूर आएंगे। माता ने उनकी मुराद पूरी कर दी है और अब वह अगली तैयारी में जुट गए हैं। उन्होंने बताया कि वह सोमवार शाम को दिल्ली लौट जाएंगे।
पहली बार ओलिंपिक पदक देखने के लिए उत्सुकता दिखी
रवि दहिया ने टोक्यो ओलिंपिंक में देश के लिए जीता सिल्वर मेडल दिखाने के लिए जैसे ही अपनी जेब में हाथ डाला तो वहां मौजूद प्रशंसकों और पत्रकारों में काफी उत्सुकता दिखी। जैसे ही रवि दहिया ने अपने हाथों में सिल्वर मेडल लेकर दिखाना शुरू किया तो सभी सर प्लीज इधर देखो, सर प्लीज इधर देखना, एक बार इधर प्लीज। रवि दहिया ने भी किसी को निराश नहीं किया और बड़े शांत स्वभाव के साथ सभी को देश के इस प्रतिष्ठित मेडल के दीदार करवाए।
जम्मू-कश्मीर ही नहीं पूरे देश के प्रतिभशाली खिलाड़ियों को प्रोत्साहन जरूरी
ओलंपियन रवि दहिया ने जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ियों बारे पूछे सवाल के जवाब में कहा कि जम्मू-कश्मीर ही नहीं बल्कि पूरे देश के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रोत्साहन जरूरी है। एक खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाम पर पहुंचने के लिए कोच के अलावा उसके मां-बाप के अलावा उसके भाई-बहन और घर के प्रत्येक सदस्य का अहम योगदान होता है। इस बार ओलिंपिक में देश को मात्र एक स्वर्ण पदक मिला है लेकिन सरकार के प्रयासों के अगले ओलिंपिक में पदकों की संख्या में यकीनन बढ़ोतरी होगी।
अच्छा खिलाड़ी बनने के लिए शांत स्वभाव जरूरी
एक अच्छा खिलाड़ी बनने के लिए सबसे पहले शांत स्वभाव का होना बहुत जरूरी है। खेल कोई भी हो लेकिन मैदान में प्रदर्शन के दौरान शांत स्वभाव से ही प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को बेचैन किया जा सकता है। अगर आप शांत होंगे तो प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी इससे चिड़ेगा और यही चिड़ एक खिलाड़ी को उसकी जीत की ओर ले जाती है। मेरा मानना है कि प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी के सामने हमेशा शांत रहे लेकिन जीतने की ज्वाला मन के अंदर भड़कनी चाहिए।