OGW In Jammu: जम्मू में ओजीडब्ल्यू सक्रिय होने पर सुरक्षाबल नए सिरे से चलाएंगे अभियान
हिदायतुल्ला के खुलासे के बाद जम्मू पुलिस नए सिरे से किरायेदारों की वेरिफिकेशन के काम को शुरू करेगी। इसके लिए थाना स्तर पर जरूरी दिशा निर्देश दिए गए है। उन्हें कहा गया है कि उनके थानाक्षेत्र में रह रहे सभी किरायेदारों का ब्योरा जुटाया जाए।
जम्मू, जागरण संवाददाता: लश्कर-ए-मुस्तफा कमांडर हिदायतुल्ला जम्मू के बठिंडी इलाके में पिछले कई दिनों से किराये के कमरे में रह रहा था। इस बात ने सुरक्षाबलों के होश उड़ा दिए हैं। यह बात भी स्पष्ट हो गई है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा बार-बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी मकान मालिक किराए रखने से पहले उनकी वेरीफिकेशन नहीं करवा रहे हैं। इसे सुरक्षा में चूक ही माना जाएगा जब यह सामने आया है कि आतंकी और उसके लिए काम करने वाले ओजीडब्ल्यू बिना पुलिस वेरिफिकेशन के ही यहां रह रहे थे।
किरायेदार बन कर हिदायतुल्ला के साथ इम्तियाज और उसकी महिला मित्र ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) के तौर पर रह कर अपने ठिकाने बना लिए गए थे। हिदायतुल्ला ने प्राथमिक पूछताछ के दौरान यह कबूला है कि जम्मू शहर में आतंकियों ने अपने ओजीडब्ल्यू नेटवर्क को सक्रिय किया है। आतंकियों के लिए काम करने लोग कभी छात्र तो कभी व्यापारी के रूप में कमरा किराये पर ले लेते है। ओजीडब्ल्यू आतंकियों को जम्मू में वारदात को अंजाम देन के लिए हर संभव सहायता उपलब्ध करवाते है।
हिदायतुल्ला के खुलासे के बाद जम्मू पुलिस नए सिरे से किरायेदारों की वेरिफिकेशन के काम को शुरू करेगी। इसके लिए थाना स्तर पर जरूरी दिशा निर्देश दिए गए है। उन्हें कहा गया है कि उनके थानाक्षेत्र में रह रहे सभी किरायेदारों का ब्योरा जुटाया जाए।
क्या करते है ओजीडब्ल्यू: ओवर ग्राउंड वर्कर जिन्हें ओजीडब्ल्यू कहा जाता है। ये आम लोगों में रहकर आतंकियों के लिए मददतार के तौर पर काम करते हैं। किसी भी आतंकवादी घटना को अंजाम देने के लिए यह ओजीडब्ल्यू आतंकवादियों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाते हैं। यह आतंकियों तक सुरक्षाबलों की सूचनाएं, एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के साथ ही उनके लिए हथियार, पैसा और सुरक्षित ठिकाने का बंदोबस्त करते हैं। आतंकवादियों के साथ ही ये ओजीडब्ल्यू सुरक्षा बलों के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं हैं। सुरक्षाबलों के भारी दवाब के चलते आतंकी और उनके मददगार ओवर ग्राउंड वर्कर कश्मीर से भाग कर अब जम्मू में अपने ठिकाने बना रहे है।