आजाद के बाद अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मीर भी पार्टी की गतिविधियों को देने लगे हवा
मीर भल्ला के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अभियान के तहत जनवरी में सात से अधिक रैलियां जनसभाएं करेंगे। इसके लिए तैयारी की जा रही है। जम्मू कश्मीर के किसी भी घटनाक्रम को लेकर पार्टी पूरी तरह से सक्रिय है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : गुलाम नबी आजाद के बाद अब जम्मू कश्मीर में कांग्रेस की गतिविधियों को तेजी देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर की मुहिम शुरू हो गई है। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी से अलग गुलाम नबी आजाद दो महीने में काफी सक्रियता से रैलियां और जनसभाएं कर चुके हैं। जम्मू कश्मीर में पार्टी के दो गुट हैं। एक गुलाम नबी आजाद और दूसरा गुलाम अहमद मीर का। मीर को पार्टी हाईकमान व प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल का समर्थन हासिल है।
पिछले दिनों पार्टी हाईकमान ने एक तरफ यहां पर आजाद के समर्थन वाले नेताओं के पदों से इस्तीफे मंजूर कर लिए थे और रमण भल्ला को कार्यवाहक प्रधान बना दिया था। यह एक तरह से पार्टी हाईकमान का दोनों गुटों को संदेश था। जम्मू कश्मीर में इस समय गुटबाजी के कारण हालात ऐसे हैं कि जब आजाद सक्रिय होते हैं तो मीर का ग्रुप चुपचाप बैठ जाता है और जब आजाद का दौरा समाप्त हो जाता है तो मीर का ग्रुप सक्रिय हो जाता है। इस समय कांग्रेस के पास मुख्य रूप से जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करवाने, जल्द विधानसभा चुनाव व महंगाई, मुद्दे हैं।
मीर, भल्ला के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अभियान के तहत जनवरी में सात से अधिक रैलियां, जनसभाएं करेंगे। इसके लिए तैयारी की जा रही है। जम्मू कश्मीर के किसी भी घटनाक्रम को लेकर पार्टी पूरी तरह से सक्रिय है। परिसीमन को लेकर कांग्रेस का रवैया ऐसा है कि वह किसी भी क्षेत्र को नाराज नहीं करना चाहती। आजाद भी यह कह चुके है कि सीटें चाहे कश्मीर को मिलें, या जम्मू को, मिल तो जम्मू कश्मीर को ही रही है।
मीर गुट का भ परिसीमन के प्रास्तावित ड्राफ्त पर बोलने से परहेज : मीर गुट भी परिसीमन के प्रस्तावित ड्राफ्ट पर बोलने से परहेज कर रहा है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास अहम मुद्दों की कमी नहीं है। जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करवाने, जल्द विधानसभा चुनाव करवाने, महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे पर हमारा अभियान चल रहा है। हम इस संबंध में रैलियां, जनसभाएं, प्रदर्शन कर रहे हैं। जनवरी फरवरी मार्च में इस अभियान में तेजी लाई जाएगी।