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वैष्णो देवी के भक्तों के लिए 15 अक्‍टूबर से मिलेगी घोड़ा, पिट्ठू की सुविधा, अब 7 हजार श्रद्धालु रोज कर सकेंगे दर्शन

वैष्णो देवी के भक्तों के लिए 15 से मिलेगी घोड़ा पिट्ठू की सुविधा प्रतिदिन सात हजार श्रद्धालुओं को दर्शन करने की होगी अनुमति इसमें खास बात यह होगी कि स्थानीय या दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए कोई निर्धारित संख्या नहीं होगी।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 09:36 AM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 11:55 AM (IST)
वैष्णो देवी के भक्तों के लिए 15 अक्‍टूबर से मिलेगी घोड़ा, पिट्ठू की सुविधा, अब 7 हजार श्रद्धालु रोज कर सकेंगे दर्शन
वैष्णो देवी में अब 7 हजार श्रद्धालु रोज कर सकेंगे दर्शन

कटड़ा, जागरण संवाददाता। सात महीने के बाद नवरात्र के मौके पर वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं के लिए 15 अक्टूबर से हर तरह की सुविधाएं बहाल की जा रही हैं। घोड़ा, पिट्ठू और पालकी की सेवा भी उपलब्ध रहेगी। इसके साथ ही राज्य प्रशासन के आदेश के मुताबिक प्रति दिन सात हजार श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति भी होगी। इसमें खास बात यह होगी कि स्थानीय या दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए कोई निर्धारित संख्या नहीं होगी।

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श्राइन बोर्ड प्रशासन ने नवरात्र पर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का विस्तार करने जा रहा है। यात्रा मार्ग पर भोजनालयों में फलाहार का इंतजाम भी होगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। दूसरी ओर पूरे नवरात्र भवन परिसर में शतचंडी महायज्ञ भी चलेगा।

नवरात्र पर बिजली, पानी, सफाई और सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने बताया कि पवित्र नवरात्रों को लेकर मां वैष्णो देवी के भवन प्रांगण को देसी और विदेशी फल-फूलों और रंगबिरंगी लाइटों से सजाया जाएगा।

श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर, बैटरी कार, केबल कार की सेवा तो बहाल थी ही अब घोड़े, पिट्ठू और पालकी की सुविधाएं भी श्रद्धालुओं को मिलेंगी। ज्ञात रहे कि 18 मार्च को कोरोना महामारी के कारण वैष्णो देवी यात्रा एकाएक स्थगित कर दी गई थी। उसके बाद से घोड़ा, पिट्ठू और पालकी वाले मजदूरों के समक्ष आर्थिक तंगी की नौबत आ गई थी।

नवरात्रि के मौके पर मां वैष्णो देवी की दर्शन की योजना बना रहे भक्तों के लिए खुशखबरी है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी जाने वाले तीर्थयात्रियों की रोजाना संख्या बढ़ाकर 7000 कर दी है। पहले ये सीमा 5000 थी। श्राइन बोर्ड का ये फैसला 15 अक्टूबर से लागू होगा।

इस फैसले की वजह से नवरात्रि के दौरान ज्यादा लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेंगे। जम्मू कश्मीर से बाहर से माता के दर्शन करने के लिए आने वाले यात्रियों को कोरोना निगेटिव का सर्टिफिकेट लेकर आना होगा।माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कहा कि मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या अब 5,000 से बढ़ाकर 7000 तक कर दी गई है। अब सात हजार यात्री रोजाना माता वैष्णो देवी के दरबार में जा सकेंगे। प्रंबधन 17 अक्टूबर से शुरू होने वाले नवरात्रि उत्सव में तीर्थयात्रियों के लिए की जा रही व्यवस्था की समीक्षा कर रहे। जिन्हें भी माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाना है वे श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाएं। जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश से बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों को अपने साथ कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य होगा।


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