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Jammu Kashmir Coronavirus: जम्मू-कश्मीर में हर दिन आ रहे रिकार्ड कोरोना संक्रमित मरीज, 3 दिन में 3614 मामले आए

इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इंटीग्रेटेड मेडिसीन ने कोरोना जांच के लिए डायग्नोस्टिक किट विकसित की है। इसके मूल्यांकन और मंजूरी के लिए इसे इंडियन काउंसिल फार मेडिकल रिसर्च में भेजा हे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 07 Sep 2020 11:16 AM (IST)Updated: Mon, 07 Sep 2020 11:16 AM (IST)
Jammu Kashmir Coronavirus: जम्मू-कश्मीर में हर दिन आ रहे रिकार्ड कोरोना संक्रमित मरीज, 3 दिन में 3614 मामले आए
Jammu Kashmir Coronavirus: जम्मू-कश्मीर में हर दिन आ रहे रिकार्ड कोरोना संक्रमित मरीज, 3 दिन में 3614 मामले आए

जम्मू, राज्य ब्यूरो: देश के अन्य भागों की तरह जम्मू-कश्मीर में भी हर दिन रिकार्ड कोरोना संक्रमित मरीज आ रहे हैं। पिछले तीन दिनों में ही संक्रमण के 3614 मामले आ गए हैं। हर दिन नया रिकार्ड बन रहा है। रविवार को अब तक 24 घंटों में सबसे अधिक 1316 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। यही नहीं 45 के करीब मरीजों की मौत हो गई। अभी तक जम्मू-कश्मीर में 43,557 मरीज संक्रमित हो चुके हें। हालांकि लाकडाउन के दौरान मरीजों की संख्या में थोड़ी कमी थी लेकिन लाकडाउन खुलने और रैपिड एंटीजन टेस्ट शुरू होने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़ी है।

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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि टेस्टों की संख्या बढ़ने के कारण ही मामले बढ़े हैं। अब जममू-कश्मीर मं एक दिन में पंद्रह से बीस हजार के बीच टेस्ट हो रहे है। हालांकि कई लोग अभी भी एसओपी का पालन नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर इसी तरह से संक्रमितों की संख्या बढ़ती रही तो आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर में यह संख्या दोगुना हो सकती है। फिलहाल मकसद अधिकांश लोगों के टेस्ट करना है। इससे यह अनुमान हो जााएगा कि किस जगह पर कितने मरीज हैं और इससे संक्रमण पर रोक लगाने में भी मदद मिलेगी।

आइआइआइएम जम्मू ने तैयार की कोरोना जांच के लिए किट: जम्मू आधारित इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इंटीग्रेटेड मेडिसीन ने कोरोना जांच के लिए डायग्नोस्टिक किट विकसित की है। अब संस्थान ने इसके मूल्यांकन और मंजूरी के लिए इसे इंडियन काउंसिल फार मेडिकल रिसर्च में भेजा हे। इसकी पुष्टि संस्थान के डायरेक्टर ने की है। डायरेक्टर डा. डी श्रीनिवासर रेड्डी के अनुसार इस समय जांच के लिए आरटीपीसीआर किट का इस्तेमाल हो रहा है। संस्थान ने इसका विकल्प तैयार किया है। यह आरटी-एलएएमपी होगी। एसे आधारित यह किट आइआइआइएम और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एकसाथ मिलकर तैयार की है। डा. रेड्डी ने कहा कि इस किट को फिलहाल आईसीएमआर के पास भेजा गया है। अभी इसका मूल्यांकन चल रहा है। उन्हाेंने कहा कि इस किट में जांच के लिए आरटी-पीसीआर की तरह महंगी मशीनों की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसकारण यह किट सस्ती पड़ेगी। इसमें टेस्ट भी तेजी के साथ होंगे।

आइसीएमआर को इस किट को मंजूरी देनी चाहिए। हम उनकी मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। आइआइआइएम के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बड़ी जनसंख्या के टेस्ट होना जरूरी है। उनके संस्थान ने जो किट तैयार की है, उसमें एक साथ कई टेस्ट कम समय में हो सकते हैं। एक साथ कई लोगों के टेस्ट होने से लंबे समय में कोरोना से निपटने के लिए नीति बनाने का अवसर मिलेगा। इससे वैक्सीन आने तक लोगों को संक्रमण से बचाने का अवसर भी मिलेगा।इस समय नई विकसित हुई यह किट यहां के लोगों के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकती है। अभी इस नई किट का मूल्य तो निर्धारित नहीं किया गया है लेकिन संस्थान को उम्मीद है कि यह आरटी-पीसीआर से काफी सस्ती होगी।-

आज से सभी को दिए जााएंगे पल्स आक्सीमीटर: जम्मू में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए जिन मरीजों में कोई भी लक्षण नहीं है,उन्हें घरों में ही रखा जा रहा है। अब ऐसे मरीजों को संक्रमित आने पर उसी समय पल्स आक्सीमीटर, पैरासिटामोल और बी-कांप्लेक्स दे दिया जाएगा। स्वास्थ्य निदेशक ने सभी को ऐसे निर्देश जारी किए हैं। अभी तक कई मरीजों की यह शिकायत थी कि उन्हें पल्स आक्सीमीटर और दवाई नहीं दी जा रही है। अब ब्लाक स्तर पर पल्स आक्सीमीटर भेजे गए हेैं।


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