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Jammu Kashmir: अब पीजी डाक्टरों को तीन माह ग्रामीण जिला अस्पतालों में देनी होगी ड्यूटी

डायरेक्टर न्यू मेडिकल कालेजिस डा. यशपाल शर्मा ने बताया कि मेडिकल कालेजों में पीजी कर रहे सभी विद्यार्थियों चाहे वे क्लीनिकल विभागों में हों या फिर नान क्लीनिकल में उन्हें तीन महीने ग्रामीण जिला अस्पतालों में ड्यूटी देनी होगी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 09 Mar 2021 09:55 AM (IST)Updated: Tue, 09 Mar 2021 09:55 AM (IST)
Jammu Kashmir: अब पीजी डाक्टरों को तीन माह ग्रामीण जिला अस्पतालों में देनी होगी ड्यूटी
इससे पीजी कर रहे डाक्टरों को ग्रामीण क्षेत्रों में ड्यूटी देने का भी अनुभव होगा।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर के मेडिकल कालेजों में पीजी करे रहे डाक्टरों के लिए अब ग्रामीण जिला अस्पतालों में तीन महीने ड्यूटी देना अनिवार्य होगा। इसे विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम का हिस्सा बना दिया गया है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित जिला अस्पतालों में भी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। वर्ष 2020 बैच के पीजी विद्यार्थियों से यह व्यवस्था लागू होगी। इसे डिस्ट्रिक्ट रेजीडेंसी प्रोग्राम नाम दिया गया है। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह कार्यक्रम पूरे जम्मू-कश्मीर में जून महीने से लागू कर दिया जाएगा।

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स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तिय आयुक्त अटल ढुल्लू की अध्यक्षता में कार्यक्रम को लागू करने वाली कमेटी की बैठक भी हुई। इसमें ढुल्लू ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट रेजीडेंसी प्रोग्राम लागू होने से जिला स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। इससे पीजी कर रहे डाक्टरों को ग्रामीण क्षेत्रों में ड्यूटी देने का भी अनुभव होगा।

डायरेक्टर न्यू मेडिकल कालेजिस डा. यशपाल शर्मा ने बताया कि मेडिकल कालेजों में पीजी कर रहे सभी विद्यार्थियों, चाहे वे क्लीनिकल विभागों में हों या फिर नान क्लीनिकल में, उन्हें तीन महीने ग्रामीण जिला अस्पतालों में ड्यूटी देनी होगी। तीन महीने की यह ड्यूटी तीसरे, चौथे और पांचवें सेमेस्टर में से किसी एक में देनी होगी। यह पाठ्यक्रम का हिस्सा बना दिया गया है। यह प्रोग्राम 12 ग्रामीण जिला अस्पतालों में शुरू होगा। जम्मू और श्रीनगर के अलावा कठुआ, डोडा, राजौरी, अनंतनाग और बारामुला जिलों में पोग्राम लागू नहीं होगा। इन सभी जिलों में पहले से ही मेडिकल कालेज स्थापित किए जा चुके हैं। यह उन 12 ग्रामीण जिला अस्पतालों में लागू होगा, जहां पर बिस्तरों की क्षमता सौ से अधिक है।

वित्तिय आयुक्त ने प्रिंसिपल मेडिकल कालेज और डायरेक्टर स्किम्स को निर्देश दिए कि वह वर्ष 2020 बैच के सभी पीजी डाक्टरों के बारे में जानकारी दें। यही नहीं, उन्होंने स्वास्थ्य निदेशक जम्मू और कश्मीर से अपने जिला अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी जानकारी देने को कहा, ताकि इस प्रोग्राम को लागू किया जा सके। ढुल्लू ने इन तीन महीनों की ड्यूटी के दौरान डाक्टरों के आवास, यातायात और सुरक्षा संबंधी सुविधाओं का ध्यान रखने के भी निर्देश दिए। बैठक में प्रिंसिपल मेडिकल कालेज जम्मू डा. शशि सूदन, डायरेक्टर न्यू मेडिकल कालेजिस डा. यशपाल शर्मा, स्वास्थ्य निदेशक जम्मू डा. रेनू शर्मा, स्वास्थ्य निदेशक कश्मीर डा. समीर मट्टू सहित सभी मेडिकल कालेजों के प्रिंसिपल भी मौजूद रहे। 


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