अब पाकिस्तान के साथ सिंधु जलसंधि समाप्त करने की मांग उठने लगी Jammu News
साठ साल पुरानी संधि को खत्म करने हुए चिनाब झेलम के पानी का सदुपयोग किया जाना चाहिए। अपने कृषि बिजली प्रोजेक्ट में इसका इस्तेमाल करते हुए जम्मू वासियों को राहत पहुंचाई जाए।
जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनते ही यहां के लोग पाकिस्तान के खिलाफ कड़ाई से निपटने की आवाज उठाने लगे हैं। पाकिस्तान द्वारा अमृतसर बाघा बार्डर से चलने वाली समझौता ट्रेन बंद कर दिए जाने के बाद लोग पाकिस्तान के साथ हुए सिंधु जल समझौते को भी समाप्त करने की आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर को मुद्दा बनाकर पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के लोगों पर कहर बरपाता रहा है। अब समय आ गया है कि भारत सरकार उसे मुंह तोड़ जवाब दे।
जम्मू वेस्ट असेम्बली मूवमेंट के प्रधान सुनील डिम्पल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह पाकिस्तान के साथ सिंधु जलसंधि को समाप्त करें। हालांकि उन्होंने इस दौरान जम्मू को अलग राज्य घोषित करते हुए इसे विशेष दर्जा देने की मांग भी रखी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को पाकिस्तानी से सभी रिश्ते खत्म करने चाहिए। जम्मू से रोहंगियों को वापस भेजने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बिना देरी पाकिस्तानी से द्विपक्षीय रिश्तों को खत्म करे। साठ साल पुरानी संधि को खत्म करने हुए चिनाब, झेलम के पानी का सदुपयोग किया जाना चाहिए। अपने कृषि, बिजली प्रोजेक्ट में इसका इस्तेमाल करते हुए जम्मू वासियों को राहत पहुंचाई जाए। सभी पनबिजली परियोजनाओं को जेकेयूटी को सौंपा जाए।
पाकिस्तान बस सेवा को बंद करते हुए सभी सीमाएं बंद कर दी जाएं। इसी के साथ डिंपल ने कश्मीर में तिरंगा लहराने के लिए गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल भेजे। उन्होंने गुलाम नबी आजाद को कश्मीर में जाने से रोकने, चौधरी लाल सिंह व हर्षदेव को घर पर नजरबंद करने की भी निंदा की।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप