अब जम्मू-कश्मीर के डिग्री कॉलेजों में डिजिटल क्लॉस रूम बनेंगे, वीडियो व इंटरनेट के माध्यम से दी जाएगी शिक्षा
जम्मू-कश्मीर के कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम और विषयों के ई-कंटेंट बनाए जाएंगे। इसका मकसद उच्च शिक्षा के स्तर में सुधार लाना है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । जम्मू-कश्मीर के कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम और विषयों के ई-कंटेंट बनाए जाएंगे। इसका मकसद उच्च शिक्षा के स्तर में सुधार लाना है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने जम्मू और कश्मीर विश्वविद्यालय, कलस्टर विश्वविद्यालयों जम्मू व कश्मीर की कमेटियों का गठन किया है। यह कमेटियां 2020-21 सत्र के लिए एडमिशन ब्रोशर भी तैयार करेंगी।
उच्च शिक्षा में व्यापक सुधार के लिए सरकार कदम उठा रही है। आधुनिक पहलुओं को मद्देनजर रखकर पाठ्यक्रम तैयार होंगे। ई-कंटेंट के माध्यम से विद्यार्थी संबंधित विषयों और कोर्सो के पाठ्यक्रमों की जानकारी हासिल कर पाएंगे। इसका मुख्य मकसद यह है कि जम्मू-कश्मीर के डिग्री कॉलेजों में डिजिटल क्लॉस रूम बनाए जाने हैं। डिजिटल क्लॉस रूम में विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए ई-कंटेंट के पाठ्यक्रम की जरूरत होगी। वीडियो ग्राफी, इंटरनेट या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा दी जाएगी।
जम्मू विश्वविद्यालय और कश्मीर विश्वविद्यालय के अकादमिक मामलों के डीनों को कनवीनर बनाया गया
जम्मू और कश्मीर विश्वविद्यालयों के लिए बनी कमेटी में जम्मू विश्वविद्यालय और कश्मीर विश्वविद्यालय के अकादमिक मामलों के डीनों को कनवीनर बनाया गया है। दोनों विश्वविद्यालयों के कॉलेज डेवलपमेंट के डीन को सदस्य, जम्मू और कश्मीर के नोडल प्रिंसिपलों को सदस्य सचिव, गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी जम्मू और कश्मीर के प्रिंसिपल व विभाग के उपसचिव को सदस्य और सदस्य सचिव की तरफ से नामांकित किए जाने वाले विषय विशेषज्ञ को सदस्य बनाया गया है। कलस्टर विश्वविद्यालय जम्मू और श्रीनगर के लिए बनाई गई कमेटी में दोनों विश्वविद्यालयों के अकादमिक मामलों के डीनों को चेयरमैन बनाया गया है। इसमें एएस कॉलेज श्रीनगर और साइंस कॉलेज जम्मू के प्रिंसिपलों को सदस्य सचिव बनाया गया है।
सदस्यों में उपसचिव और सदस्य सचिव की तरफ से नामांकित किए जाने वाले विषय विशेषज्ञ शामिल किए गए हैं। दोनों कमेटियां पाठ्यक्रमों के ई-कंटेंट की वैधता करेंगी। कमेटियां साल 2020-21 सत्र में दाखिलों के लिए ब्रोशर, दाखिला प्रक्रिया का तरीका और डिजिटल तरीके से पाठ्यक्रम जारी करेंगी। इस सारी प्रक्रिया को 25 जनवरी तक पूरा करने के आदेश दिए गए हैं।