Jammu Kashmir: अब जिला स्तर पर हो रहा है कैंसर का इलाज, राज्य स्तरीय कैंसर इंस्टीट्यूट का काम भी जारी
कैंसर विशेषज्ञ डा. दीपक अबरोल का कहना है कि कठुआ मेडिकल कालेज में कैंसर का इलाज शुरू होने से अब इसे पूरे क्षेत्र के लोग यहीं पर इलाज करवा रहे हें। उनका कहना है कि इससे समय पर बीमारी का पता चलेगा और इलाज भी संभव होगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर में कैंसर के मामले हर साल लगातार बढ़ रहे हैं। लेकिन अब मरीजों के लिए अच्छी बात यह है कि इलाज की सुविधा पहले से बेहतर हो गई है ओर अब कई जिलों मं भी कैंसर का इलाज संभव हो गया है। यही नहीं राज्य स्तरीय कैंसर इंस्टीट्यूट का काम भी इस समय जारी है।
पहले जम्मू-कश्मीर में कैंसर का इलाज सिर्फ राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू तथा शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेस और मेडिकल कालेज श्रीनगर में भी उपलब्ध था। उस समय कैंसर के मरीजों की संख्या हर वर्ष तीन से चार हजार के बीच ही थी। बहुत से मरीज इलाज ही नहीं करवा पाते थे। कोई आधुनिक सुविधा तक उपलब्ध नहीं थी। लेकिन पिछले दो से तीन वर्ष में जम्मू में कैंसर का इलाज जिला स्तर पर भी उपलब्ध हो गया है। हालांकि अभी भी कैंसर विशेषज्ञों की कमी बनी हुई है। लेकिन अब जम्मू और श्रीनगर के अलावा राजौरी, कठुआ, बारामुला और अनतंनाग के मेडिकल कालेजों में भी कैंसर की सुविधा उपलब्ध हो गई है।
सिर्फ डोडा मेडिकल कालेज में अभी आनकालोजी विभाग नहीं खुल पाया है। यह पहली बार है जब जम्मू-कश्मीर के छह जिलों में सरकारी अस्पतालों में कैंसर का इलाज हो रहा है। वहीं एक जिले में निजी अस्पताल में भी इलाज संभव है। इसके अलावा जम्मू के रेशमघर में राज्य स्तरीय कैंसर इंस्टीट्यूट बन रहा है। इसका काम तेजी के साथ चल रहा है।
जम्मू-कश्मीर में पहली बार है कि पैट स्कैन भी हो रहा है। हालांकि सरकारी अस्पतालों में अभी भी यह सुविधा नहीं है लेकिन विशेषज्ञ डाक्टरों का कहना है कि कैंसर इंस्टीट्यूट खुलने के बाद जम्मू में सरकारी अस्पतालों में भी पैट स्कैन की सुविधा होगी। विजयपुर में बन रहे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भी कैंसर के इलाज की सुविधा होगी।
कैंसर विशेषज्ञ डा. दीपक अबरोल का कहना है कि कठुआ मेडिकल कालेज में कैंसर का इलाज शुरू होने से अब इसे पूरे क्षेत्र के लोग यहीं पर इलाज करवा रहे हें। उनका कहना है कि इससे समय पर बीमारी का पता चलेगा और इलाज भी संभव होगा।