Move to Jagran APP

जम्मू-कश्मीरः स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना जारी, सियासत तेज

निकाय चुनाव का बहिष्कार करने वाली नेशनल कांफ्रेंस व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए भी जम्मू संभाग में घर संभालना मुश्किल हो रहा है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 07:40 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 07:40 PM (IST)
जम्मू-कश्मीरः स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना जारी, सियासत तेज
जम्मू-कश्मीरः स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना जारी, सियासत तेज

जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण के मतदान की अधिसूचना मंगलवार सुबह जारी हो गई। इसी के साथ ही राजनीतिक गतिविधियां भी तेज हो गई हैं। यह चुनाव चार चरणों में आठ अक्टूबर से 16 तक होंगे और वोटों की गिनती 20 अक्टूबर को होगी। 

loksabha election banner

प्रदेश भाजपा ने चुनाव को लेकर अभी तक उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। भाजपा में टिकटों के लिए जम्मू संभाग के नेताओं, कार्यकर्ताओं में मारामारी है। ऐसे में पार्टी उम्मीदवारों की सूची जारी करने की दिशा में फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं। बहुजन समाज पार्टी, पैंथर्स पार्टी जैसे अन्य राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने दैनिक जागरण को बताया कि निकाय चुनाव को लेकर विचार-विमर्श जारी है। बुधवार को चुनाव में उम्मीदवार उतारने के बारे में फैसला हो जाएगा। वहीं, दूसरी ओर प्रदेश भाजपा ने अपने अधिकतर उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। जिन वार्डों में एक से अधिक दावेदार हैं, वहां पर आम सहमति बनाने के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना की अध्यक्षता में पार्टी की चुनाव समिति की बैठक हो रही है।

आठ अक्टूबर को यहां होगा मतदान 

पहले चरण में जम्मू नगर निगम, बिश्नाह, अरनिया, आरएसपुरा, घो मन्हासा, अखनूर, ज्योडिय़ां, खौड़, राजौरी, थन्नामंडी, सुंदरबनी, पुंछ, कालाकोट व सुरनकोट में चुनाव होना है। उधर, कश्मीर में पहले चरण में कुपवाड़ा, हंदबाड़ा, बांडीपोरा, बडग़ाम, चाडूरा, देवसर, अच्छाबल, कोकरनाग, कांजीगुंड, कारगिल, लेह व बरामुला में मतदान होगा। इसी के साथ श्रीनगर नगरनिगम के कुछ वार्डों में भी पहले चरण में मतदान हो जाएगा।

नेकां बोली, जो चुनाव लड़ेगा वह पार्टी से बाहर  

35ए के मुद्दे को लेकर स्थानीय निकाय चुनाव का बहिष्कार करने वाली नेशनल कांफ्रेंस व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए भी जम्मू संभाग में घर संभालना मुश्किल हो रहा है। जम्मू संभाग में इन पार्टियों पर भी कार्यकर्ताओं का दबाव है कि पार्टी उन्हें पिछले दरवाजे से निकाय चुनाव लडऩे की इजाजत दे। ऐसा न होने की स्थिति में कइयों ने तो बागी तेवर दिखाते हुए चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है। वहीं, पीडीपी के जोनल प्रधान रहे सन्नी संग्राल के चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि जो कार्यकर्ता पार्टी के फैसले के खिलाफ चुनाव लड़ेगा, उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। यह घोषणा पार्टी महासचिव फकीर चंद भगत ने की। उन्होंने स्पष्ट किया कि सन्नी संग्राल का पीडीपी से कोई लेना देना नहीं है। भगत ने कहा कि पार्टी ने जन हित में 35ए के मुद्दे को लेकर चुनाव बहिष्कार का फैसला किया है। केंद्र सरकार अपना रवैया स्पष्ट करे। विशेष दर्जे के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

कश्मीर में चुनाव की गतिविधियां ठप 

कश्मीर में अलगाववादियों, आतंकियों की धमकियों व राजनीतिक पार्टियों के चुनाव बहिष्कार की घोषणा से चुनावी गतिविधियां फिलहाल ठप हैं। जम्मू संभाग में नेकां व पीडीपी के कार्यकर्ताओं की पूरी कोशिश है कि उन्हें निर्दलीय रूप से भाग्य आजमाने दिया जाए। वहीं कश्मीर में इन दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आगे नहीं आ रहे हैं। पीडीपी-नेकां का मानना है कि कश्मीर में हालात चुनाव लायक नहीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.