पंचायत चुनाव : आज होगी पहले चरण की अधिसूचना
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर में पंचायतों में परोक्ष राजनीति का दौर शुरू हो गया है। पहली बार द
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर में पंचायतों में परोक्ष राजनीति का दौर शुरू हो गया है। पहली बार दलीय आधार पर होने जा रहे पंचायत चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना शनिवार को जारी होगी। बदले हालात में अब संविधान के 73वें संशोधन के जम्मू कश्मीर में प्रभावी होने से पंच-सरपंचों के 12,650 खाली हल्कों को राजनीतिक आधार पर होने वाले चुनाव में भरा जाएगा। ये पद दिसंबर 2018 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान भरना संभव नहीं हुए थे। अब बदले हालात में इन हल्कों को भर कर ग्रामीण लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में काम हो रहा है। तय शेड्यूल के तहत पहले चरण के चुनाव के लिए 15 फरवरी को अधिसचूना जारी हो जाएगी। नामांकन पत्र 22 फरवरी तक दाखिल करवाए जा सकेंगे। इसकी छंटनी 24 फरवरी को होगी। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 26 फरवरी है। चुनाव का पहला चरण पांच मार्च को होगा। शाम को नतीजे आ जाएंगे। मार्च में 8 चरणों में होने वाले चुनाव में नब्बे फीसद से अधिक हल्के कश्मीर के हैं। भरे जाने वाले हल्कों में में 1011 हल्के सरपंचों व 11639 हल्के पंचों के हैं। प्रदेश में 5 मार्च से 20 मार्च के बीच 274 ब्लॉकों में मतदान होगा।
जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन से पहले प्रदेश में गैर राजनीतिक आधार पर चुनाव होने के बाद चुने गए पंच-सरपंच राजनीतिक पार्टियों में शामिल होकर अपरोक्ष राजनीति करते थे। अब परोक्ष राजनीति होगी, ऐसे में चुनाव को लेकर गंभीर राजनीतिक पार्टियों के साथ पंच-सरंपच उत्साहित हैं। पंचों, सरपंचों के संगठन जम्मू कश्मीर पंचायत कांफ्रेंस का कहना है कि सरकार ने अहम फैसला किया है। हम चुनाव को कामयाब बनाने के लिए पूरा सहयोग देंगे। 25 फरवरी के बाद पंचायत कांफ्रेंस का प्रतिनिधिमंडल कश्मीर में डेरा डाल लेगा। पूरी कोशिश होगी कि कश्मीर में अधिक से अधिक लोग चुनाव में हिस्सा लेने के लिए आएं। अच्छे उम्मीदवार उतारेंगे : भाजपा
प्रदेश भाजपा ने पंचायत चुनाव के लिए कमर कस ली है। प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना का कहना है कि हम चुनाव को कामयाब बनाने में पूरा समर्थन देंगे। भाजपा पंचायत चुनाव में अच्छे उम्मीदवार उतारेगी। उनकी जीत सुनिशचित कर ग्रामीण लोकतंत्र को मजबूत बनाया जाएगा। पंचायत चुनाव छलावा : कांग्रेस
ं पंचायत चुनाव का बहिष्कार करते आ रहे राजनीतिक दलों ने भी अपनी सियासत तेज कर दी हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीए मीर ने कहा है कि पंचायत चुनाव छलावा है। भाजपा को छोड़ अन्य दलों के नेता इस समय हिरासत में हैं। ऐसे में पंचायत चुनाव करवाना महज औपचारिकता ही है। पंचायत चुनाव के नाम पर राजनीति हो रही है।