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Jammu Kashmir : ओल्ड ऐज होम बनता जा रहा है क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू

विश्वविद्यालय में दस से अधिक कर्मी सेवानिवृत्त कांट्रेक्ट पर नियुक्त किए गए थे जो अभी तक चलते आ रहे हैं। इनमें से अधिकतर वे हैं जो जम्मू विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए थे।विश्वविद्यालय में आज तक स्थायी पद मंजूर नहीं किए गए है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 05:15 PM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 05:15 PM (IST)
Jammu Kashmir : ओल्ड ऐज होम बनता जा रहा है क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू
क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू में आज तक स्थायी पद मंजूर नहीं किए गए है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू आहिस्ता-आहिस्ता ओल्ड ऐज होम में तबदील होते जा रहा है। साल 2016 में स्थापित हुई क्लस्टर विश्वविद्यालय में सेवानिवृत्त कर्मियों की भर्ती पहले भी हुई थी और अब नए कांट्रेक्ट के पदों के लिए सेवानिवृत्त कर्मियों को लगाया जा रहा है। विश्वविद्यालय में दस से अधिक कर्मी सेवानिवृत्त कांट्रेक्ट पर नियुक्त किए गए थे, जो अभी तक चलते आ रहे हैं। इनमें से अधिकतर वे हैं, जो जम्मू विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए थे।

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विश्वविद्यालय में आज तक स्थायी पद मंजूर नहीं किए गए है। क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू ने सेवानिवृत्त कर्मियों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैैं। क्लस्टर विश्वविद्यालय के अधीन पांच कालेज आते हैं, जिनमें साइंस कालेज, कामर्स कालेज, महिला कालेज गांधी नगर, मौलाना आजाद मेमोरियल कालेज, गवर्नमेंट कालेज आफ एजूकेशन शामिल है।

विश्वविद्यालय कालेजों में दाखिले के अलावा स्वयं भी पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स आयोजित करता है। विश्वविद्यालय के कामकाज पर प्रश्न चिह्न पहले भी लगते रहे हैं। विश्वविद्यालय उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए अध्यापकों को मानदेय भी नहीं देता है। हालांकि विद्यार्थियों से फीस जम्मू विश्वविद्यालय की तर्ज पर लेता है।

विश्वविद्यालय ने अब प्राइवेट सचिव, असिस्टेंट लाइब्रेरियन, लैब सहायक पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। इसके लिए आयु 64 साल से अधिक नहीं होना चाहिए या छह महीने के भीतर सेवानिवृत्त होने चाहिए। उम्मीदवारों को कांट्रेक्ट पर एक साल के लिए लगाया जाएगा। उम्मीदवारों के पास विश्वविद्यालयों या सरकारी विभाग में काम का अनुभव होना चाहिए।

विश्वविद्यालय में कोई भी स्थायी पद मंजूर नहीं : वीसी प्रो. बेचन लाल का कहना है कि विश्वविद्यालय में कोई भी स्थायी पद मंजूर नहीं है। हमने इस बारे में समय-समय पर सरकार को लिखा है। धनराशि की भी कमी है। हम चाहते हैं कि विश्वविद्यालय में नौजवानों की भर्ती की जाए मगर मजबूर हैं। हम सेवानिवृतत्त कर्मी इसलिए लगाते हैं, क्योंकि वे अनुभवी होते हैं। हम सेवानिवृत्त कर्मियों को नियुक्त करके एक एक से दो तीन लोगों को काम लेते हैं।


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