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आसिया अंद्राबी के घर से फिर खाली हाथ लौटी एनआइए

आसिया अंद्राबी कश्मीर की एकमात्र ऐसी महिला अलगाववादी नेता है, जिसके भाषण गुलाम कश्मीर में स्थित आतंकी शिविरों में आतंकियों को सुनाए जाते हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 31 Jul 2018 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 31 Jul 2018 07:04 PM (IST)
आसिया अंद्राबी के घर से फिर खाली हाथ लौटी एनआइए
आसिया अंद्राबी के घर से फिर खाली हाथ लौटी एनआइए

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में महिला अलगाववाद की पर्याय आसिया अंद्राबी के घर से मंगलवार को लगातार दूसरे दिन राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए के दल को खाली हाथ लौटना पड़ा। अलबत्ता, दल ने सिर्फ मकान की तस्वीरें ही ली।

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गौरतलब है कि गत सोमवार को भी एनआईए की टीम ने दुख्तरान ए मिल्लत की अध्यक्षा आसिया अंद्राबी के घर छापे के लिए गए थी,लेकिन मकान में सिर्फ महिलाओं की मौजूदगी पर उसे वापस लौटना पड़ा था। 

संबधित सूत्रों ने बताया कि एनआईए की टीम आज सुबह थाना प्रभारी सौरा और उनके साथियों संग 90 फीट सौरा स्थित आसिया अंद्राबी के घर तलाशी लेने के लिए पहुंचा। एनआईए की टीम के साथ महिला पुलिस का भी एक दस्ता था। लेकिन आज मकान में कोई नहीं था।

बाहरी गेट बंद होने के कारण एनआईए टीम का एक अधिकारी और एक पुलिसकर्मी दीवार फांदकर भीतर गए। लेकिन अंदर भी ताले लगे हुए थे। इस पर संबधित अधिकारियों ने मकान की तस्वीरें ली और वापस लौट गए। आज भी आसिया अंद्राबी के मकान से न किसी की गिरफतारी हुई है और न किसी तरह की कोई चीज बरामद की गई है। 

गौरतलब है कि  महिला अलगाववादी संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की अध्यक्षा आसिया अंद्राबी और उनकी दो अन्य सहयोगियों को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में सलिंप्तता और  पाकिस्तानी फंडिंग के मामले में एनआईए ने गत छह जुलाई को हिरासत में लिया था।

फिलहाल,आसिया अपनी दोनों सहयोगियों के साथ दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। जुलाई 2016 में आतंकी बुरहान की मौत के बाद वादी में शुरु हुए सिलसिलेवार हिंसक प्रदर्शनों और बंद में आसिया अंद्राबी के संगठन ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई। इसके बाद  बीते साल और इस साल की शुरुआत में  दुख्तरान ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अपने कैडर के जरिए छात्राओं को हिंसक प्रदर्शनों के लिए उकसाया था।

इसके अलावा आसिया अंंद्राबी न सिर्फ कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के साथ बल्कि गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान स्थित कई आतंकी कमांडरों के साथ भी फोन, वाटसएप और स्काईपी के जरिए लगातार संपर्क में थी। एनआईए ने विभिन्न आतंकी कमांडरों के साथ आसिया अंद्राबी की बातचीत का भी ब्यौरा किया है। एनआईए ने आसिया अंद्राबी के खिलाफ इसी साल सात अप्रैल को मामला दर्ज किया था। आसिया अंद्राबी कश्मीर की एकमात्र ऐसी महिला अलगाववादी नेता है,जिनके भाषण गुलाम कश्मीर में आतंकी ट्रेनिंग कैंपों में सुनाए जाते हैं। 

कल भी महिला अलगाववादी संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की अध्यक्ष आसिया अंद्राबी के श्रीनगर में सौरा स्थित मकान पर सोमवार को छापा मारने पहुंचा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) का दल बिना तलाशी लिए ही लौट गया।

कट्टरपंथी आसिया अंद्राबी और उनकी दो अन्य सहयोगियों को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्तता और पाकिस्तानी फं¨डग के मामले में एनआइए ने गत छह जुलाई को हिरासत में लिया था। फिलहाल, आसिया अपनी दोनों सहयोगियों के साथ दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।

संबंधित अधिकारियों ने बताया कि एनआइए का दल सुबह साढ़े नौ बजे सौरा पुलिस स्टेशन के एक कांस्टेबल के साथ 90 फीट रोड इलाके में स्थित आसिया अंद्राबी के घर तलाशी लेने पहुंचा, लेकिन घर में कोई भी पुरुष नहीं था, सिर्फ दो महिलाएं ही थीं। इस पर यह दल बिना तलाशी लिए सौरा पुलिस स्टेशन लौट आया। इसके बाद उन्होंने तलाशी के लिए महिला पुलिस का एक दस्ता भी बुलाया, लेकिन बाद में आसिया अंद्राबी के घर तलाशी के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया और एनआइए का दस्ता वापस लौट गया।

पाकिस्तान में आतंकी कमांडरों के संपर्क में थी आसिया :

जुलाई 2016 में आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद वादी में शुरू हुए सिलसिलेवार हिंसक प्रदर्शनों और बंद में आसिया अंद्राबी के संगठन ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इसके बाद बीते साल और इस वर्ष की शुरुआत में दुख्तरान ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अपने कैडर के जरिए छात्राओं को हिंसक प्रदर्शनों के लिए उकसाया था।

आसिया न सिर्फ कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के साथ बल्कि गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान स्थित कई आतंकी कमांडरों के साथ भी फोन, वाट्सएप और स्काईपी के जरिए लगातार संपर्क में थी। एनआइए ने विभिन्न आतंकी कमांडरों के साथ आसिया की बातचीत का ब्योरा भी जुटाया है। एनआइए ने आसिया अंद्राबी के खिलाफ इसी साल सात अप्रैल को मामला दर्ज किया था।

आतंकियों को सुनाए जाते हैं आसिया के भाषण :

आसिया अंद्राबी कश्मीर की एकमात्र ऐसी महिला अलगाववादी नेता है, जिसके भाषण गुलाम कश्मीर में स्थित आतंकी शिविरों में आतंकियों को सुनाए जाते हैं। आसिया का पति डॉ. कासिम फख्तू भी एक नामी आतंकी कमांडर था, जो इस समय आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। 


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