Terror Funding: बारामुला में एनआइए का छापा; फल व्यापारी गिरफ्तार, संदिग्ध दस्तावेज भी किए जब्त
एनआइए ने तलाशी के दौरान विभिन्न बैंकों द्वारा जारी 15 चेकबुक 10 मोबाइल फोन व उनके सिमकार्ड एक पेन ड्राईव व कुछ अन्य दस्तावेज भी जब्त किए।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए ने शनिवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुला में टेरर फंडिंग के सिलसिले में एक फल व्यापारी को गिरफ्तार कर लिया। उसके घर से एनआइए ने 15 चेकबुक, 10 मोबाइल, एक लैपटाॅप, एक पैन ड्राइव और कुछ अन्य दस्तावेज भी जब्त किए हैं। टेरर फंडिंग के सिलसिले में एनआइए करीब दो दर्जन लोगों को जुलाई 2017 के बाद से गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें एक दर्जन अलगाववादी नेता व उनके परिजन भी शामिल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह एनआइए की एक टीम ने सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के जवानों के एक संयुक्त दस्ते के साथ बारामुला में पट्टन के पास स्थित पालपोरा में गुलाम माेहम्मद मीर के घर पर छापा डाला। गुलाम मोहम्मद मीर एक फल व्यापारी है और कहा जाता है कि वह मिल्ट्री इंजीनिरयरिंग सर्विस का पूर्व कर्मी है। अलबत्ता, पुलिस ने उसके मिल्ट्री इंजीनियरिंग सर्विस में उसके कभी कार्यरत होने की पुष्टि नहीं की है।
एनआइए की टीम ने करीब तीन घंटे तक गुलाम मोहम्मद मीर के घर की तलाशी ली। उससे व उसके परिजनों से भी पूछताछ की गई। एनआइए ने तलाशी के दौरान विभिन्न बैंकों द्वारा जारी 15 चेकबुक, 10 मोबाइल फोन व उनके सिमकार्ड, एक पेन ड्राइव कुछ अन्य दस्तावेज भी जब्त किए। एनआइए की टीम आगे की पूछताछ के लिए गुलाम माेहम्मद मीर को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी है।
टेरर फंडिंग के सिलसिले में 28 जुलाई 2019 को भी एनआइए ने उत्तरी कश्मीर में क्रास एलओसी ट्रेड से जुड़े चार व्यापारियों के ठिकानों पर दबिश देकर तलाशी ली थी। इन व्यापारियों में गौहर अहमद बट, सनाउल्लाह बट, तनवीर अहमद और आसिफ लोन शामिल थे।