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NIA: पूर्व डीएसपी देविंदर सिंह, हिजबुल आतंकी सैयद नाविद समेत 6 के खिलाफ शार्जशीट दाखिल

गिरफ्तारी के छह महीने पर एनआइए ने पूर्व डीएसपी समेत सभी छह आरोपियों के खिलाफ पांच हजार पन्नों की चार्जशीट तैयार कर ली है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 03:54 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 06:20 PM (IST)
NIA: पूर्व डीएसपी देविंदर सिंह, हिजबुल आतंकी सैयद नाविद समेत 6 के खिलाफ शार्जशीट दाखिल
NIA: पूर्व डीएसपी देविंदर सिंह, हिजबुल आतंकी सैयद नाविद समेत 6 के खिलाफ शार्जशीट दाखिल

जम्मू, जेएनएन। राष्ट्रीय जांच ब्यूरो ने पूर्व डीएसपी देविंदर सिंह, हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी सैयद नवीद समेत 6 लोगों के आतंकी हमले में शामिल होने पर चार्जशीट दाखिल की है। कश्मीर में कई आतंकी हमलों को अंजाम दे चुके हिज्बुल आतंकी सैयद नवीद, रफी अहमद और कानून का छात्र इरफान शफी मीर को अपनी कार में बैठाकर पूर्व डीएसपी उन्हें सुरक्षित कश्मीर से बाहर निकालने की फिराक में था परंतु दक्षिण कश्मीर के कुलगाम से इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।

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गिरफ्तारी के छह महीने पर एनआइए ने पूर्व डीएसपी समेत सभी छह आरोपियों के खिलाफ पांच हजार पन्नों की चार्जशीट तैयार कर ली है। बताया जा रहा है कि एनआइए ने इन सभी गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के अलावा आमर्स एक्ट और एक्सप्लोसिव एक्ट की धाराएं लगाई हैं। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पूर्व डीएसपी देविंदर सिंह को 11 जनवरी 2019 को जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर पकड़ा था। वह एक कार में सवार था और उसके साथ जो तीन लोग कार में सवार थे उनमें हिज्बुल आतंकी सैयद नवीद, रफी अहमद और कानून का छात्र इरफान शफी मीर शामिल था। पूर्व डीएसपी इन तीनों को सुरक्षाबलों की नजर से बचाकर सुरक्षित कश्मीर से बाहर ले जाने की फिराक में था। यही नहीं इसके बदले में इसे आतंकियों से मोटी रकम मिलने वाली थी।

दरअसल देविंदर सिंह जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का मुकाबला कर रही एसओजी का हिस्सा रह चुका है। इस दौरान उसने कई कारनामे दिखाएं। कुछ ही दिनों बाद वह एसपी भी बनने वाला था। आतंकवादियों की मदद करते हुए पकड़े जाने पर उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया। देविंदर सिंह इस समय जिला कठुआ में हीरानगर जेल में बंद है। हालांकि समय पर पुलिस द्वारा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल न किए जाने पर करीब तीन सप्ताह पहले उसे दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट से जमानत मिल गई थी। जमानत मेरिट के आधार पर नहीं और बाई डिफॉल्ट दी गई थी, इस वजह से पुलिस ने उसे दूसरे मामले के आधार पर हिरास्त में लेते हुए फिर से जेल में बंद कर दिया। 


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