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NIA Chargesheet Pulwama Terror Attack: पहले छह और फिर 14 फरवरी के बाद भी थी हमले की योजना

Pulwama Terror Attack मुख्य साजिशकर्ता और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर और उसका भाई रौउफ असगर पाकिस्तान में छिपे हुए हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 11:17 AM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 11:17 AM (IST)
NIA Chargesheet Pulwama Terror Attack: पहले छह और फिर 14 फरवरी के बाद भी थी हमले की योजना
NIA Chargesheet Pulwama Terror Attack: पहले छह और फिर 14 फरवरी के बाद भी थी हमले की योजना

जम्मू, राज्य ब्यूरो : पुलवामा हमले का आरोपपत्र दायर करने के बाद कई नई जानकारी सामने आईं है। आरोपपत्र में कहा गया है कि पहले हमला छह फरवरी 2019 को अंजाम दिया जाना था, लेकिन मौसम खराब होने और सुरक्षाबलों के काफिले की आवाजाही बंद होने के कारण हमला नहीं किया जा सका। इसे फिर 14 फरवरी को अंजाम दिया गया। उन्होंने अदालत को बताया कि उमर फारूक ने ही आदिल डार को आत्मघाती हमले के लिए तैयार किया था।

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14 फरवरी के बाद भी किया जाना था एक और हमला : एनआइए ने अदालत को बताया कि जांच में पता चला कि मसूद अजहर, रउफ असगर और अमार अल्वी उर्फ चाचा उर्फ छोटा मसूद हमले से पहले और हमले के बाद कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकियों के साथ लगातार संपर्क में थे। 14 फरवरी के बाद एक और हमला अंजाम दिया जाना था, इसके लिए कार बम और आत्मघाती आतंकी भी तैयार हो चुका था, लेकिन पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ और मसूद अजहर दोनों घबरा गए। इसके बाद अजहर ने मोहम्मद उमर फारूक को दूसरा हमला न करने हिदायत दी थी। वहीं, मोहम्मद उमर फारूक के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद यह हमला नहीं हुआ। इस मामले की जांच में यह भी पता चला है कि पाकिस्तानी सेना के सहयेाग से जम्मू संभाग में कठुआ व सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के शक्करगढ़ इलाके में भी आतंकियों के लांङ्क्षचग पैड पूरी तरह सक्रिय हैं।

दो संदूकों में भरकर अदालत परिसर में लाए गए सुबूत और दस्तावेज : मंगलवार दोपहर बाद करीब तीन बजे एनआइए की विशेष अदालत में जज सुनीत गुप्ता के समक्ष एनआइए के एसपी राकेश भलवाल ने आरोप पत्र दायर किया। 13,500 पन्नों पर आधारित आरोप पत्र और इससे संबंधित दस्तावेज और सुबूतों को दो संदूकों में अदालत परिसर में लाया गया।

कौन हैं हमले के 19 आरोपित :

चार पाकिस्तान में और दो कश्मीर में छिपे : मुख्य साजिशकर्ता और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर और उसका भाई रौउफ असगर पाकिस्तान में छिपे हुए हैं। इन्होंने पाकिस्तान में बैठकर अमार अल्वी और आशिक नेंगरू के साथ मिलकर साजिश रची। यह दोनों भी पाकिस्तान में छिपे हैं। वहीं, दो आरोपित समीर अहमद डार और मोहम्मद इस्माइल कश्मीर में ही हैं। इस्माइल भी पाकिस्तानी है और सुरक्षा एजेंसियां उसे तलाश रही हैं।

मारे जा चुके हैं छह साजिशकर्ता :

  • आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार मौके पर विस्फोट के दौरान ही मारा गया था।
  • अजहर मसूद का भतीजा मोहम्मद उमर फारूक और पाकिस्तानी कमांडर कामरान अली पुलवामा हमले के चंद दिनों बाद ढेर कर दिए गए थे।
  • दक्षिण कश्मीर में सक्रिय जैश कमांडर मुदस्सर अहमद खान और सज्जाद अहमद बट भी बाद में मारे गए।
  • पाकिस्तानी कमांडर कारी यासिर इस साल जनवरी में मारा गया।

हिरासत में हैं सात आरोपित :

  1. शाकिर बशीर मागरे ने आत्मघाती आदिल डार को ठिकाना उपलब्ध कराया और विस्फोटकों से लदी कार तैयार करने में भी मदद की थी। उसके घर में ही आइईडी बनाई गई। वह हमले में शामिल कार को खुद चलाते हुए हाईवे पर लेकर आया था।
  2. तारिक अहमद शाह और उसकी बेटी इंशा जान और बिलाल अहमद कूचे ने जैश आतंकियों को घरों में ठिकाना प्रदान करने के अलावा अन्य प्रकार से भी मदद की। आदिल ने वीडियो भी इंशा के घर बनाया था।
  3. मुदस्सर खान ने जिलेटिन की छड़ें शाकिर तक पहुंचाई थी।
  4. जनवरी 2019 में सज्जाद अहमद बट ने हमले के लिए मारुति ईको कार खरीदी और इसे शाकिर के घर के पास रखा गया।
  5. वैज उल इस्लाम ने ऑनलाइन शॉङ्क्षपग प्लेटफार्म पर चार किलो एल्यूमिनियम पाउडर खरीदा था।  

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