एनजीओ जेकेएनपीएफ ने ओढ़ा सियासी चोला, संस्थापक शेख मुजफ्फर बोले- हमें अनुच्छेद 370 की सियासत न जोड़ा जाए
जेकेएनपीएफ को एक राजनीतिक दल के रुप में मान्यता दिलाने के लिए संबंधित प्रशासन के समक्ष आवेदन भी जमा किया है।अनुच्छेद 370 और 35ए के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्हाेंने दाे टूक शब्दों में कहा न हमने इसे बनाया था और न हमने इसे हटाया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो । उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे कुपवाड़ा के दुर्गम इलाकों से लेकर लखनपुर तक जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में बीते 10 वर्षों से सक्रिय एक एनजीओ जम्मू कश्मीर नेशनलिस्ट पीपुल्स फ्रंट ने सियासी चोला ओढ़ लिया है।
जेकेएनपीएफ के संस्थापक अध्यक्ष शेख मुजफ्फर ने कहा कि हमने राजनीति में आने का फैसला जम्मू कश्मीर को भ्रष्टाचार मुक्त, हिंसामुक्त, नशामुक्त बनाने के अपने संकल्प को पूरा करने के लिए लिया है। उन्होंने कहा कि हमें अनुच्छेद 370 की सियासत से न जोड़ा जाए, इससे हमारा या जम्मू कश्मीर की आम जनता का कोई सरोकार नहीं है। जेकेएनपीएफ के जम्मू कश्मीर की राजनीति में उतरने का एलान करते हुए शेख मुजफ्फर ने कहा कि हम यहां करीब 10 साल से सक्रिय हैं।
प्रदेश का कोई ऐसा जिला या गांव नहीं हैं,जहां हम न पहुंचे हों। हम यहां लोंगों की राेजमर्रा की समस्याओं को हल करने, सामाजिक बुराईयों को दूर करने, उनकी शिक्षा व राेजगार संबंधी मुददों पर ही काम कर रहे थे। इसके अलावा हम यहां की बहुलवादी और आपसी भाईचारे की परंपरा को नुक्सान पहुंचा रहे आतंकी हिंसा से आम नौजवानों को दूर रखने व विभिन्न समुदायों के बीच आपसी प्रेम को मजबूत बनाए रखने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। शेख मुजफ्फर ने कहा कि हमने राजनीति में आने का फैसला प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लोगों के साथ हुई बातचीत के आधार पर ही लिया है। हम यहां सरकार बनाने के लिए या लोगों को झूठे ख्वाब दिखाने के लिए सियासत में नहीं आ रहे हैं, हम सिर्फ लोगों के मसलों को हल करने के एजेंडे के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। लोगों की जो मुश्किलात हैं, उन्हें दूर करना ही हमारा एजेंडा और इमान है।
हमने जेकेएनपीएफ को एक राजनीतिक दल के रुप में मान्यता दिलाने के लिए संबंधित प्रशासन के समक्ष आवेदन भी जमा किया है। जनता का साथ रहा तो हम यहां चुनाव भी लड़ेंगे। अनुच्छेद 370 और 35ए के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्हाेंने दाे टूक शब्दों में कहा न हमने इसे बनाया था और न हमने इसे हटाया है। आम लोगों का इससे कोई सरोकार नहीं है। जिन्होंने इस मसले को उछाला और इस पर सियासत की है, वही जानें कि अब इस मसले पर उन्हें क्या करना है। जेकेएनपीएफ के संरक्षक और संस्थापक संजय कुमार ने कहा मैं जम्मू कश्मीर में बीते कई वर्षाें से समाज सेवक के रुप में जुड़ा रहा हूं।
जेकेएनपीएफ का गठन आम कश्मीरियों की मर्जी से और उनके सहयोग से ही किया गया है। यह जम्मू कश्मीर के उन लोगों का संगठन है,जिन्हें आज तक दबाया गया है। यह संगठन देश और दुनिया को यह बताने के लिए है कि आम कश्मीरी पूरी तरह राष्ट्रभक्त है, वह भारत की मुख्यधारा में विलीन हो , देश के अन्य राज्यों के नागरिकाें के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश की तरक्की और खुशहाली में योगदान करना चाहता है। वह शांति और विकास चाहता है। जेकेएनपीएफ जम्मू कश्मीर की उस जनता का संगठन है जो जम्मू कश्मीर को अपनी मां समझ कर इसके मान-सम्मान को सुरक्षित रखना चाहता है।