Jammu Kashmir: नए डिग्री कॉलेजों में इस सत्र से नए कोर्स शुरू होंगे, उच्च शिक्षा विभाग ने नए कोर्सो का ब्योरा मांगा
नए डिग्री कॉलेज कुंजवानी की प्री- फैब्रीकेटेड इमारत बन कर तैयार हो गई है। इस बार नई कक्षाएं कॉलेज की ही इमारत में लगेंगी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : पिछले साल खोले गए नए 52 डिग्री कॉलेजों में इस सत्र से नए कोर्स पढ़ने को मिलेंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने नए कॉलेजों में नए कोर्सो का ब्योरा मांगा है। कॉलेजों के प्रिंसिपलों ने दो से लेकर आठ दस कोर्स शुरू करने के प्रस्ताव भेज दिए हैं। पिछले साल जब कॉलेज शुरू किए गए थे तो उस समय मात्र दो तीन कोर्स अलॉट किए गए थे। आर्ट्स और कॉमर्स के विषय शामिल थे। चूंकि नए कॉलेज हायर सेकेंडरी स्कूलों, पंचायत भवनों व किराए की इमारतों में बनाए गए थे। यहां लैब की सुविधा नहीं थी, इसलिए साइंस के विषय शुरू नहीं किए जा सके।
इस साल जम्मू संभाग के अधिकतर कॉलेजों का प्री-फैबरीकेटेड ढांचा तैयार हो चुका है। कुछ में लैब भी बन चुकी है, इसलिए साइंस समेत कुछ अन्य कोर्स शुरू किए जा सकते हैं। पहले से स्थापित डिग्री कॉलेजों में भी नए कोर्स शुरू करने के लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं। इस बार कोरोना से उपजे हालात के कारण सत्र अगस्त या सितंबर में शुरू होगा। विभाग बैठक में फैसला करेगा कि कितने नए कोर्स शुरू किए जा सकते हैं।
पहले से स्थापित साइंस कॉलेज, मौलाना आजाद मेमोरियल कॉलेज, महिला कॉलेज गांधी नगर जम्मू, कॉमर्स कॉलेज और कश्मीर के अमर सिंह कॉलेज, एसपी कॉलेज, महिला कॉलेज एमए रोड में रोजगारपरक कोर्स शुरू किए जाएंगे। कौशल विकास के कोर्स भी होंगे। कुंजवानी डिग्री कॉलेज के ¨प्रसिपल प्रो. अनिल गंजू ने कहा कि हमने फिलॉस्फी व साइकोलॉजी समेत कुछ कोर्स शुरूकरने का प्रस्ताव भेजा है।
जम्मू में नए कॉलेज की इमारत तैयार : नए डिग्री कॉलेज कुंजवानी की प्री- फैब्रीकेटेड इमारत बन कर तैयार हो गई है। इस बार नई कक्षाएं कॉलेज की ही इमारत में लगेंगी। वर्तमान में यह कॉलेज कुंजवानी शहर के मौलाना आजाद मेमोरियल कॉलेज में चल रहा है। डिग्री कॉलेज को पिछले साल खोला गया था। पहला बैच मौलाना आजाद मेमोरियल कॉलेज से शुरू किया था। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू कश्मीर में कॉलेजों की जगहों की पहचान करने, जमीन का अधिग्रहण करने और प्री-फैब्रीकेटेड ढांचा खड़ा करने का काम तेजी के साथ शुरू हुआ। कॉलेज के ¨प्रसिपल प्रो. अनिल गंजू ने कहा कि इमारत का काम पूरा हो चुका है। अब सामान को शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जुलाई-अगस्त के नए अकादमिक सत्र से कक्षाएं नई इमारत में लगेंगी।