Jammu Degree Colleges: नए कालेज तो खुल रहे है लेकिन इमारत के जमीन उपलब्ध करवाना बन रहा चुनौती
जम्मू के नोडल प्रिंसिपल प्रो. रविंद्र टिक्कू का कहना है कि उच्च शिक्षा विभाग की कोशिश है कि सभी कालेजों की जमीन की पहचान और अधिग्रहण का काम जल्द पूरा हो जाए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा को घर-घर तक पहुंचाने के लिए ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में डिग्री कालेज तो खोले जा रहे हैं मगर जमीन की पहचान व अधिग्रहण को लेकर चुनौतियां पेश आ रही है। बारह साल का समय बीत जाने के बाद भी जम्मू के बिश्नाह डिग्री कालेज को जमीन नहीं मिल पाई है। साल 2008 में बिश्नाह के हायर सेकेंडरी स्कूल में डिग्री कालेज खोला गया था। आज बारह साल बीतने के बाद भी कालेज वहीं पर चल रहा है। उच्च शिक्षा विभाग और प्रशासन के लिए बिश्नाह डिग्री कालेज के लिए जमीन खोजना चुनौती बना हुआ है। उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त सचिव तलत परवेज रोहेल्ला ने बिश्नाह डिग्री कालेज का दौरा कर जमीन की पहचान के लिए तेजी के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिश्नाह में सरकारी भूमि की पहचान करके कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाए।
वहीं जम्मू के नगरोटा में भी डिग्री कालेज की जगह को लेकर पैदा गतिरोध सुलझाने के प्रयास किए जा रहे है। नगरोटा में कुछ समय पहले जम्मू विकास प्राधिकरण ने डिग्री कालेज के लिए जमीन देना मंजूर किया था लेकिन बाद में प्राधिकरण ने उसी जमीन पर आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों के लिए कालोनी बनाने की घोषणा कर दी। इससे स्थानीय निवासियों में आक्रोश भड़क उठा। लोगाें ने कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन किए। उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त ने नगरोटा जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत की। उन्हें आश्वासन दिया कि हमने तीन जगह देखी है। जो उपयुक्त होगी वहां पर डिग्री कालेज बनाया जाएगा।
इस समय नगरोटा डिग्री कालेज वहां के मिडिल स्कूल में चल रहा है। हालांकि यहां पिछले साल ही कालेज खोला गया था। उधर पुरमंडल में भी डिग्री कालेज की जमीन को लेकर गतिरोध समाप्त हो गया है। विभाग ने पुरमंडल में कालेज खोलने के लिए जमीन की पहचान कर ली है। फिलहाल कालेज पंचायत घर में चल रहा है। जम्मू के कुंजवानी में डिग्री कालेज में प्री फैबरीकेटेड निर्माण हो चुका है। भगवती नगर जम्मू में नए महिला कालेज के लिए जमीन की पहचान हो चुकी है। जम्मू के नोडल प्रिंसिपल प्रो. रविंद्र टिक्कू का कहना है कि उच्च शिक्षा विभाग की कोशिश है कि सभी कालेजों की जमीन की पहचान और अधिग्रहण का काम जल्द पूरा हो जाए ताकि निर्माण कार्य तेजी के साथ शुरु किए जाएं।