NEET in Jammu : डाक्टर बनने का सपना संजोए युवाओ ने दी नीट की परीक्षा
जम्मू में प्रेजेंटेशन कांवेंट स्कूल में बने परीक्षा केंद्र में नीट परीक्षा देने वाली छात्रा नेहा ने कहा कि उनका सपना डाक्टर बन कर जनसेवा करने का है। परीक्षा कठिन हो या आसाना सबसे बढ़ी चुनौती मेरिट में स्थान पाना होता है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : डाक्टर बनने का सपना संजोए जम्मू कश्मीर के हजारों युवाओं ने नेशनल इलीजीबिलटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट) परीक्षा दी। मेडिकल कोर्स एमबीबीएस और बीडीएस में दाखिले के लिए नीट परीक्षा रविवार को देश भर की तरह जम्मू कश्मीर में हुई। दोपहर दो बजे से लेकर शाम पांच बजे तक हुई परीक्षा में युवाओं में भारी उत्साह दिखाया। कोरोना की चुनौतियों के बीच हुई नीट की परीक्षा के लिए कोरोना की रोकथाम के लिए जारी दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित बनाया गया। परीक्षा केंद्रों के बाहर विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित बनाने के प्रयास किए गए।
जम्मू में प्रेजेंटेशन कांवेंट स्कूल में बने परीक्षा केंद्र में नीट परीक्षा देने वाली छात्रा नेहा ने कहा कि उनका सपना डाक्टर बन कर जनसेवा करने का है। परीक्षा कठिन हो या आसाना, सबसे बढ़ी चुनौती मेरिट में स्थान पाना होता है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में काफी संख्या में विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है। इसलिए मेरिट में स्थान आएगा, या नहीं कहां नहीं जा सकता। एक अन्य छात्रा मान्या ने कहा कि मेडिकल की सीट हासिल करना कठिन होता है। कोशिश करना हमारा फर्ज है।
उम्मीद है कि मेरा डाक्टर बनने का सपना पूरा होगा।
वहीं जम्मू कश्मीर में एमबीबीएस की 1100 और बीडीएस की 250 के करीब सीटें है। जम्मू कश्मीर के मेडिकल कालेजों में सिर्फ जम्मू कश्मीर डोमिसाइल विद्यार्थियों को ही दाखिला मिलेगा। बाहरी राज्यों के युवाओं को दाखिला नहीं मिलेगा। इस बार कुछ सीटों में बढ़ोतरी भी हो सकती है। जम्मू कश्मीर के युवाओं में कड़ी प्रतिस्पर्धा से गुजरना पड़ेगा।
जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन के कंट्रोलर प्रो. सुनील गुप्ता ने कहा कि परिणाम घोषित होने के बाद बोर्ड जम्मू कश्मीर के युवाओं की प्रोविजनल मेरिट सूची जारी करेगा। उसके बाद फाइनल सूची जारी होगी। बाद में काउंसलिंग की जाएगी। काउंसलिंग की प्रक्रिया को अभी समय लगेगा।