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Sidhu in Katra : लखीमपुर खीरी में भूख हड़ताल समाप्त कर सिद्धू पहुंचे माता के दरबार

सिद्धू ने अपनी भूख हड़ताल इस घटना में मारे गए पत्रकार पत्रकार रमण कश्यप के घर में शुक्रवार को शुरू की थी। शनिवार शाम को उन्होंने अपना अनशन समाप्त किया और सीधे कटड़ा के लिए पहुंच गए। इस घटना में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हुई थी ।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 05:05 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 05:05 PM (IST)
Sidhu in Katra : लखीमपुर खीरी में भूख हड़ताल समाप्त कर सिद्धू पहुंचे माता के दरबार
नवजोत सिंह सिद्धु माता वैष्णो देवी के दरबार में पहले भी अकसर आते रहते हैं

जम्मू, जागरण संवाददाता :  लखीमपुर खीरी में भूख हड़ताल को समाप्त कर नवजोत सिंह सिद्धू रविवार को सीधा माता वैष्णो देवी के दरबार पहुंच गए हैं। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धु रविवार को माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा पहुंचे जहां से डेढ़ बजे वे हेलीकाप्टर में सवार होकर भवन के लिए रवाना हुए। सिद्धू रविवार शाम और सोमवार की सुबह भवन मेें आयोजित होने वाली आरती में बैठेंगे और माता वैष्णो देवी का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। वह रात को भवन में ही रहेंगे।

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नवजोत सिंह सिद्धु माता वैष्णो देवी के दरबार में पहले भी अकसर आते रहते हैं लेकिन इस बार उनका यहां पर आना संकेत दे रहा है कि वह लखीमपुर खीरी में जीत हासिल कर लौटे हैं। सिद्धू लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के आरोपित गृह राज्यमंत्री आशिष मेहरा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गए थे और शनिवार को जब पुलिस ने आशीष मिश्रा को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया तो सिद्धु ने अपना अनशन समाप्त किया। सिद्धु ने अपनी भूख हड़ताल इस घटना में मारे गए पत्रकार पत्रकार रमण कश्यप के घर में शुक्रवार को शुरू की थी। शनिवार शाम को उन्होंने अपना अनशन समाप्त किया और सीधे कटड़ा के लिए पहुंच गए।

इस घटना में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हुई थी जिनमें पत्रकार रमण कश्यप भी शामिल थे। नवजाेत सिंह सिद्धु पिछले कुछ दिनों से विवादों में हैं। पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष रहते हुए उनके पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद्र सिंह से विवाद किसी ने छिपा नहीं रहा। सिद्धु के दबाव में कैप्टन अमरिंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री का पद छोड़ पार्टी से भी किनार कर लिया था। इसके बाद चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया गया लेकिन कुछ देर बाद सिद्धु ने चन्नी का विरोध करते हुए पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि सिद्ध़ का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है और वह अभी भी पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।


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