Jammu Kashmir: लद्दाख की बुलंदियों पर हुआ ध्वजारोहण, दुश्मन तक पहुंची भारत माता के जयकारों की गूंज
National flag in Ladakh जम्मू संभाग में अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की रही बीएसएफ ने आरएसपुरा में भारत-पाकिस्तान सीमा की आक्ट्राय पोस्ट पर ध्वजारोहण किया। जम्मू फ्रंटियर मुख्यालय में आईजी एनएस जम्वाल ने ध्वजारोहण किया। वहीं जम्मू के अखनूर से कश्मीर तक नियंत्रण रेखा पर जोश का माहौल रहा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: सरहद के प्रहरियों ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर व लद्दाख में जोश के साथ आजादी का अमृत महोत्सव मनाया। लद्दाख की बुलंदियों पर ध्वजारोहण के दौरान भारत माता के जयकारों की गूंज दुश्मन के इलाकों तक भी पहुंची।
लद्दाख में सीमा सड़क संगठन ने विश्व के सबसे उंचे उमलिंगला पास की 19, 300 फीट की उंचाई पर ध्वजारोहण किया। लद्दाख के अन्य कुछ उंचे दर्राें के साथ पश्चिम लद्दाख के सियाचिन में बीस हजार फीट व पूर्वी लद्दाख में सोलह हजार फीट की उंचाई पर स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति का जज्ब बुलंद रहा। लेह में आईटीबीपी के जवानों ने उस पैगोंग झील के किनारों पर तिरंगे हाथ में लेकर पेट्रोलिंग की। वहीं विश्व के सबसे उंचे युद्ध् क्षेत्र सियाचिन में भी स्वतंत्रता दिवस की धूम रही।
जम्मू संभाग में अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की रही बीएसएफ ने आरएसपुरा में भारत-पाकिस्तान सीमा की आक्ट्राय पोस्ट पर ध्वजारोहण किया। जम्मू फ्रंटियर मुख्यालय में आईजी एनएस जम्वाल ने ध्वजारोहण किया। वहीं जम्मू के अखनूर से कश्मीर तक नियंत्रण रेखा पर जोश का माहौल रहा। जम्मू में सेना की सोलह, कश्मीर घाटी में सेना की पंद्रह कोर ने कोर मुख्यालयों के साथ बटालियन स्तर पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान आवाम की सुरक्षा के लिए हर प्रकार की कुर्बानी देने का भी प्रण लिया गया।
सेना की उत्तरी कमान के साथ जम्मू में सेना की पश्चिमी कमान की सभी फारमेशनों ने भी आजादी का अमृत महोत्सव शान से मनाया। इस दौरान युद्घ के मैदान में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले कई प्रदेश के पूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया गया। इन कार्यक्रमों के आयोजनों के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम संबंधी हिदायतों का सख्ती से पालन किया गया