Militancy in Jammu Kashmir: राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्याएं करने के मिशन पर था नतनू, डोडा जिले में आतंकवाद को जिंदा करने की कर रहा था तैयारी
डोडा जिले में पकड़ा गया आतंकवादी फिरदौस अहमद नतनू राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्याएं कर आतंक फैलाने की साजिश रच रहा था। उसका मिशन डोडा में दम तोड़ रहे आतंकवाद को जिंदा करना था। डोडा में अपने गांव बखरियां में छिपा नतनू युवाओं को गुमराह करने के प्रयास कर रहा था।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू संभाग के डोडा जिले में पकड़ा गया आतंकवादी फिरदौस अहमद नतनू राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्याएं कर आतंक फैलाने की साजिश रच रहा था। उसका मिशन दहशत फैला कर डोडा में दम तोड़ रहे आतंकवाद को जिंदा करना था। डोडा में अपने गांव बखरियां में छिपा नतनू युवाओं को गुमराह करने के प्रयास कर रहा था। आतंकवादियों को शह देने के लिए वह फंड जुटाने की कोशिश भी कर रहा था। ऐसे हालात में सेना की इंटेलीजेंस ने खुफिया सूचना के आधार पर उसे पकड़ने के लिए घेरा डालना शुरू कर दिया था।
12 मार्च को सेना व पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे उसके छिपने के ठिकाने से पकड़ लिया। उसके पास से तीन चाइनीज पिस्तौलें, पांच मैग्जीनें, 15 गोलियां व साइलेंसर भी बरामद किया गया। संयुक्त दल ने एक समय पर उसके तीन छिपने के जगहों पर छापे मारे थे। सूत्राें के अनुसार नतनू ने जांच के दौरान बताया है कि उसकी कोशिश थी कि वह राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या कर डोडा में आतंकवाद की जड़ों के मजबूत होने का सबूत दे। इसके लिए वह युवाओं को बंदूक उठाने के लिए भी प्रेरित कर रहा था।
इससे पहले वह कोई बड़ी वारदात करता सेना ने उसे पकड़ लिया। उसके पास से गोली बारूद अपितु के साथ दुष्प्रचार करने के लिए एक फोटो अल्बम, एक डायरी व एक सुसाइड नोट भी मिला है। सारा सामान जमीन घर में जमीन के नीचे दबाया गया था। सेना व पुलिस उससे मिले सामान की जांच कर रही है।
जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद का कहना है कि फिरदौस अहमद नतनू की गिरफ्तारी से आतंकवादियों की एक बड़ी साजिश विफल हुई है। उन्होंने बताया कि हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी ताहिर अहमद बट को गत वर्ष मई में मार गिराने के बाद डोडा में आतंकवाद की कमर टूट गई थी। ऐसे में नतनू को हत्याएं कर आतंकवाद को शह देने की जिम्मेवारी मिली थी। सेना व पुलिस ने इस योजना को बेहतर समन्वय से नाकाम कर दिया। उसे तलाशने का अभियान करीब दो महीने से जारी था। उसे पकड़ने के लिए एक साथ डोडा के बखरियां, उधयानपुर व नगरी इलाकों में तलाशी अभियान चलाया गया था। इस दौरान उसे बखरियां से सुबह धावा बोल कर पकड़ लिया गया। यह एक बड़ी कामयाबी है।