नगरोटा डिग्री कालेज की जमीन का मामला लटकने पर स्थानीय निवासियों में आक्रोष भड़का
बताते चले कि जम्मू शहर में पिछले साल खोले गए चार नए डिग्री कालेजों में कुंजवानी ही एक मात्र डिग्री कालेज है जिसको निर्धारित समय पर जगह मिली और प्री फैबरीकेटड ढांचा तैयार हुआ।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: नगरोटा डिग्री कालेज की जमीन का मामला लटक जाने पर क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त हो गया है।पिछले साल सरकार ने जम्मू कश्मीर में 52 डिग्री कालेज मंजूर किए थे जिसमें नगरोटा डिग्री कालेज भी शामिल था। कालेज को नगरोटा के हायर सेकेंडरी स्कूल में शुरु किया गया था। उसके बाद जम्मू की पहचान का काम शुरु हुआ। तब जम्मू विकास प्रधिकरण ने जमीन देने की बात को माना लेकिन बाद में उसी जमीन पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कालोनी बनाने को मंजूरी दे दी गई।
अब जम्मू विकास प्रधिकरण कालेज के लिए अन्य जमीन देने की बात कर रहा है लेकिन लोगों को यह प्रस्ताव मंजूर नहीं है। स्थानीय लोगों ने मामले पर आंदोलन चलाने के लिए संघर्ष समिति बनाई है जो कालेज के निर्माण में देरी के मुद्दे पर सरकार पर दवाब बनाएगी। स्थानीय लोगों ने कालेज के निर्माण में देरी पर धरना शुरु किया है।
नेशनल कांफ्रेंस के ब्लाक प्रधान रामेश्वर दत्त के नेतृत्व में लोगों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि जब तक कालेज के निर्माण को लेकर असमंजस दूर नहीं हो जाता है तब तक प्रदर्शन चलता रहेगा। नोडल अधिकारी साइंस कालेज के प्रिंसिपल रविंद्र टिक्कू का कहना है कि जल्द ही कालेज की जमीन को लेकर उपजा विवाद समाप्त हो जाएगा।
इस तरह से जम्मू शहर में खोले गए सिद्धड़ा डिग्री कालेज की जमीन का मामला भी लटका हुआ है। पिछले दिनों जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर संजीव वर्मा ने जम्मू संभाग के दस जिलों के डिप्टी कमिश्नरों से कहा था कि कालेजों के जमीन संबंधी मुद्दों का समाधान जल्द किया जाए।
बताते चले कि जम्मू शहर में पिछले साल खोले गए चार नए डिग्री कालेजों में कुंजवानी ही एक मात्र डिग्री कालेज है जिसको निर्धारित समय पर जगह मिली और प्री फैबरीकेटड ढांचा तैयार हुआ। कुंजवानी वाले कालेज को जम्मू के मौलाना आजाद मेमोरियल कालेज में खोला गया था। इस सत्र की कक्षाएं नए कालेज में ही लगेगी। कालेज के प्रिंसिपल अनिल गंजू का कहना है कि कालेज तैयार हो चुका है।