मुस्लिम समुदाय का पाक को जवाब, जम्मू-कश्मीर देश का अटूट हिस्सा है और रहेगा
राज्य में सिर्फ पांच फीसद लोग ऐसे हैं जो अपनी रोटियां सेंकने के लिए राज्य के भारत में विलय पर सवाल उठाते रहे। ऐसे लोगों को सलाखों के पीछे रखना चाहिए।
जम्मू, जागरण संवाददाता। पाकिस्तान इस्लाम के नाम पर कश्मीर का हिमायती बनने का भले ही लाख प्रपंच रचे पर जमीयत उलेमा-ए-ङ्क्षहद के बाद जम्मू कश्मीर के मुस्लिम समाज ने उसे करारा जवाब दिया है। समाज के प्रमुख लोगों ने साफ कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग भी भारतीय हैं। जहां भारत है, वहां हम हैं।
यहां बता दें कि वीरवार को जमीयत उलेमा-ए-ङ्क्षहद ने प्रस्ताव पारित किया था कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। हम देश की सुरक्षा और अखंडता से कोई समझौता नहीं करेंगे। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुस्लिम समाज के प्रमुख लोगों ने कहा कि जम्मू कश्मीर का मुस्लिम समुदाय भी देशभक्त है। राज्य का मुस्लिम समुदाय मानता है कि जम्मू कश्मीर भारत का अटूट हिस्सा है और हमेशा रहेगा। आज भी राज्य की 95 फीसद आबादी भारत के साथ खड़ी है।
कुछ लोगों ने यहां तक कह दिया कि जो लोग जम्मू कश्मीर और भारत के संबंधों पर सवाल खड़े करते हैं, उन पर राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज कर सलाखों के पीछे धकेला जाना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार सोहेल काजमी ने देश की एकता, अखंडता व संप्रभुता को सर्वोपरि करार देते हुए कहा कि राज्य में सिर्फ पांच फीसद लोग ऐसे हैं, जो अपनी रोटियां सेंकने के लिए राज्य के भारत में विलय पर सवाल उठाते रहे। ऐसे लोगों को सलाखों के पीछे रखना चाहिए ताकि आम लोग खुली हवा में सांस ले सकें। सोहेल का कहना है कि राज्य का हर नागरिक अपने देश से प्यार करता है। उसके लिए देश की एकता, अखंडता व संप्रभुता की हिफाजत करना उसका फर्ज है। जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा था और रहेगा। इस पर कोई दो राय नहीं है।
एडवोकेट शेख शकील की मानें तो राज्य के भारत के साथ संबंधों पर सवाल खड़ा करने वालों को तो देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया जाना चाहिए। जम्मू कश्मीर के लोग चाहे वे किसी भी समुदाय से हों, हमेशा राष्ट्र के साथ खड़े रहे हैं और रहेंगे।
शिया फेडरेशन जम्मू प्रोविंस के प्रधान आशिक हुसैन का कहना है कि जम्मू कश्मीर के भारत के साथ संबंधों पर कोई दो राय नहीं है। कश्मीर मसले पर पूरा देश एक साथ खड़ा है। इसमें जम्मू का मुस्लिम समुदाय भी केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।