दोस्त की हत्या
जागरण संवाददाता, जम्मू : एक युवक ने अपने दोस्त की हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या के एक आरोपि
जागरण संवाददाता, जम्मू : एक युवक ने अपने दोस्त की हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या के एक आरोपित को दबोच लिया, जबकि मुख्य आरोपित अभी फरार है। पुलिस ने मौके से हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया। मृतक की पहचान अब्दुल जब्बार निवासी करवंडा, घरोटा के रूप में हुई। दबोचे गए आरोपित की पहचान आजम अली निवासी कंगर मोड़, फरार आरोपित आकिब अली उर्फ मुन्ना निवासी कंगर मोड़ के रूप में हुई।
वीरवार सुबह घरोटा पुलिस को सूचना मिली कि करवंडा तालाब के पास एक युवक का शव खून से सना हुआ पड़ा है। सूचना पर एसएचओ घरोटा धीरज नागपाल घटनास्थल पर पहुंचे। शव की स्थानीय लोगों ने पहचान कर ली। जब्बार के परिजनों को मौके पर बुलाया गया। शव की पहचान को छिपाने के लिए उसके चेहरे पर पत्थर से वार किया गया था। गर्दन, पेट तथा शरीर के अन्य हिस्सों में तेजधार हथियार से हमला किया गया था। जब्बार की पत्नी ने पुलिस को बताया कि वह बुधवार शाम को घर से निकला था। उसने फोन पर मुन्ना के साथ होने की बात बताई थी। पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि मुन्ना अपने घर से लापता है। जांच आगे बढ़ी तो पुलिस को यकीन हो गया कि जब्बार की हत्या मुन्ना ने ही की है। जांच में यह भी पता चला कि हत्या के समय आजम भी मुन्ना के साथ था। पुलिस ने आजम के घर पर दबिश दी तो वह फरार होने की फिराक में था। आजम को पूछताछ के लिए घरोटा थाने में ले जाया गया। गहनता के साथ पूछताछ हुई उसने बताया कि मुन्ना जब्बार की पत्नी पर गलत धारणा रखता था। इसीलिए उसने जब्बार को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। इस वारदात में मुन्ना ने रुपयों का लालच देकर आजम को भी शामिल कर लिया। आजम के अनुसार उन्होंने बुधवार को दिन में कई बार जब्बार को फोन कर मिलने के लिए बुलाया था। मुन्ना नहीं आ रहा था। मुन्ना ने इसके बाद जब्बार के मामा से फोन करवा कर उसे धोखे से तालाब के पास बुलाया। आरोपितों ने इस दौरान जब्बार को खूब शराब पिलाई और बाद में उसकी हत्या कर दी।
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-आक्रोशित परिजनों का प्रदर्शन
घरोटा हत्याकांड के मुख्य आरोपित आकिब अली उर्फ मुन्ना को दबोचने की मांग को लेकर मृतक जब्बार अली के परिजनों ने घरोटा बन तालाब मार्ग को अवरुद्ध कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान किसी भी वाहन को इस मार्ग से गुजरने नहीं दिया। प्रदर्शन में शामिल लोग मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। जब्बार के मामा आसिफ अली ने बताया कि मृतक का परिवार दूध बेच कर अपना गुजर-बसर करता है। जब्बार अपने माता-पिता का अकेला बेटा था। उसकी मौत से पूरा परिवार सदमे में है। अब उन्हें परिवार के सदस्यों के भविष्य की ¨चता सता रही है।
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-तीन माह के बेटे के सिर से उठा पिता का साया
गुज्जर युवक जब्बार तीन माह पूर्व ही पिता बना था। करीब तेरह माह पूर्व उसका निकाह हुआ था। बच्चे के पैदा होने की खुशी अभी परिवार ठीक से मना भी नहीं पाया था कि जब्बार की हत्या हो गई।
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दस दिन पूर्व ही कश्मीर से आया था जब्बार
गर्मियों के मौसम में जब्बार का परिवार कश्मीर संभाग में अपने मवेशियों को लेकर चला जाता था। अब सर्दियां शुरू होने के बाद वह अपने परिवार व मवेशियों के साथ कश्मीर से जम्मू लौटा था। जब्बार से मिलने के लिए हत्या का मुख्य आरोपित मुन्ना दो माह पूर्व कश्मीर भी गया था। पुलिस का दावा है कि मुन्ना की गिरफ्तारी के बाद ही मामले की सभी कड़ियों को जोड़ा जाएगा।
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छह घंटे में सुलझी हत्या की गुत्थी
एसडीपीओ सब डिवीजन अखनूर अजय शर्मा का कहना है कि जब जब्बार का शव बरामद हुआ था तो पुलिस के लिए यह मामला किसी चुनौती से कम नहीं था। पुलिस ने जब सभी कड़ियों को जोड़ कर मामले की जांच को आगे बढ़ाया तो मात्र छह घंटे में इस ब्लाइंड मर्डर को हल कर लिया है।