Smart City Project : एक वर्ष में जम्मू शहर को हेरिटेज सिटी बनाएगा नगर निगम, बढ़ेगी पर्यटन की संभावनाएं
हेरिटेज सिटी के तौर पर विकसित होने के बाद जम्मू में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेगी जिससे शहरवासियों को रोजगार मिलने के साथ रहन सहन में बेहतर माहौल उपलब्ध हो पाएगा। यह कहना है नगर निगम जम्मू की आयुक्त एवं जम्मू स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की चीफ एग्जिक्यूटिव आफिसर अवनी लवासा का।
जम्मू : मंदिरों के शहर को हेरिटेज सिटी बनाने के लिए नगर निगम जम्मू ने कई योजनाएं बनाई है, जिसके तहत जम्मू की खूबसूरती को चार चांद लगाए जाएंगे। हेरिटेज सिटी के तौर पर विकसित होने के बाद जम्मू में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेगी, जिससे शहरवासियों को रोजगार मिलने के साथ रहन सहन में बेहतर माहौल उपलब्ध हो पाएगा। यह कहना है नगर निगम जम्मू की आयुक्त एवं जम्मू स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की चीफ एग्जिक्यूटिव आफिसर अवनी लवासा का। उन्होंने यह दावा दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता दिनेश महाजन के साथ विशेष बातचीत में किया।
प्र. : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जम्मू शहर को विकसित करने के लिए किन परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है?
उ. : आने वाले दिनों में जम्मू शहर लोगों को बदला बदला नजर आएगा। पुराने जम्मू शहर के करीब आठ किलोमीटर क्षेत्र को हेरिजेट के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके तहत मुबारक मंडी से रेजिडेंसी रोड तक सड़क किनारे नालियों के ढांचे को नए तरीके से तैयार किया जा रहा है। बिजली के नए खंभे लगेंगे, लोगों के बैठने के लिए बेंच लगाए जाएंगे। वाहनों की पार्किंग व्यवस्था को संचालित किया जाएगा। बिजली व अन्य तारों को खंभे से निकाल कर उन्हें भूमिगत किया जाएगा। उन्होंने जोर देकर यह बात भी कहा कि यह सब योजनाएं लोगों के सहयोग से ही संभव हो पाएगा। इसी प्रकार गांधी नगर अप्सरा रोड को नए लुक देने की तैयारी चल रही है। इस काम का टेंडर भी जारी हो गया है।
प्र. : जम्मू शहर के सौंदर्यकरण के लिए नगर निगम के पास क्या योजना है?
उ. : शहर के काफी हिस्से में रणबीर कनाल और त्रिकुटा कनाल बहाती है। इन दोनों नहरों के किनारे गेट-वे तैयार किए जा रहे है, जिसका जिम्मा नगर निगम जम्मू, यूईईडी और बाढ़ एवं सिंचाई विभाग मिलकर करेगी। इन नहरों के सौंदर्यकरण को दो चरणों में किया जाएगा। नरवाल के राजीव नगर से लेकर जम्मू रेलवे स्टेशन तक त्रिकुटा नगर कनाल और भगवती नगर से बाबलियाना सतवारी तक होगा। इन दोनों कनाल के किनारे बांध तैयार होंगे जो देखने में खूबसूरत होंगे। पेड पौधे लगाए जाएंगे। लोगों के सैर करने के लिए वॉक-वे तैयार होंगे। नहरों को गंदे करने वाले नालों को रोका जाएगा।
प्र. : शहरवासी किस प्रकार नगर निगम से सफाई या अन्य प्रकार की शिकायत दर्ज करवा सकते है?
उ. : नगर निगम के पास सोशल मीडिया, वेब पोर्टल और उप राज्यपाल शिकायत सैल के माध्यम से दर्ज होती है। अधिकतर शिकायतें सफाई या नालियों व गलियों की मरम्मत से जुड़ी हुई होती है। नगर निगम ने शिकायतों के निपटारे के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया है। शिकायत मिलते ही उसकी जानकारी संबंधित सेनेटरी सुपरवाइजर को दी जाती है। समस्या पर क्या कार्रवाई हुई पर टीम के सदस्य नजर रखते है। निपटारा हो जाने के बाद शिकायतकर्ता से संपर्क किया जाता है कि क्या वह अब संतुष्ट है के नहीं।
प्र. : नगर निगम से पंजीकृत रेहड़ी वालों को किस प्रकार की सुविधाएं दी जाती है?
उ. : उनके पास फिलहाल 700 के करीब रेहड़ी वाले पंजीकृत है। इन रेहड़ी वालों के पुनर्वास और जरूरतों के हिसाब से इन्हें केन्द्र सरकार की सुनिधि योजना के तहत दस हजार रुपये तक लोन दिलवाए जाते है। नगर निगम जम्मू अब तक 550 रेहड़ी व पटरी वालों को इस योजना के तहत लोन दिलवाया है। फिलहाल नगर निगम ने रेहड़ी लगाने के लिए नए लाइसेंस जारी करने बंद किए हुए है। नए रेहड़ी जोन के लिए स्थान तलाशे जा रहे है, स्थान मिलते ही एक बार फिर से लाइसेंस जारी किए जाएंगे।
प्र. : नगर निगम जम्मू को चलाने के लिए राजस्व जुटाना महत्वपूर्ण है। कितना राजस्व जुटाया जा रहा है और भविष्य की क्या योजना है?
उ. : वित्तीय वर्ष 2020-21 में नगर निगम ने 19.6 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया था। जो बीते वित्तीय वर्ष 2019-20 से करीब 33 फीसदी अधिक है। आगामी वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22 करोड़ रुपये को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। नगर निगम के पास राजस्व जुटाने के अधिक स्रोत नहीं है। भवन निर्माण के लिए इजाजत देने, सफाई कर्मियों की तैनाती से जो राजस्व मिलता है वहीं निगम की आय का मुख्य स्रोत है। प्रापर्टी टैक्स लगाने का फैसला प्रदेश सरकार के अधीन है।
प्र. : जम्मू शहर में वाहनों की पार्किंग सबसे बड़ी दिक्कत है। शहर में पार्किंग स्थल तैयार करने के लिए नगर निगम जम्मू क्या कदम उठा रही है?
उ. : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 33 बाजारों, रिहायशी इलाकों व खुले स्थलों पर पार्किंग स्थल बनाने की योजना है। इन पार्किंग स्थलों को तैयार करने के लिए ट्रैफिक सर्वे चल रहा है। सर्वे पूरा होने के बाद शहर में बड़े और छोटे 800 पार्किंग स्थल तैयार होंगे। पार्किंग स्थल तभी संभव हो पाएंगे जब व्यापार मंडल, स्थानीय लोगों का सहयोग मिलेगा। इन पार्किंग स्थलों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा पुराने शहर में वाहनों के दबाव को कम करने के लिए ई-रिक्शा भी चलाया जाना है।
प्र. : नगर निगम लोगों की सुविधा के लिए कई योजनाएं बनाती है, लेकिन लोगों तक इन योजनाओं की जानकारी नहीं मिल पाती। लोगों तक सीधा संवाद करने के लिए निगम का कदम उठा रही हैं?
उ. : शहरवासियों को महत्वपूर्ण जानकारियां देने के लिए नगर निगम डिजिटेल प्लेटफार्म का सहारा लेने वाली है। इसके तहत नगर निगम शहरवासियों से सीधा संपर्क कर पाएगी। शहर के बीस चौक चौराहों पर डिस्प्ले बोर्ड लगाए जा रहे है। जिसमें सरकारी आदेशों की जानकारी के साथ लोगों को पातमान, वायु की गुणवत्ता जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएगी। डिस्प्ले बोर्ड लगाने से पूर्व ट्रैफिक पुलिस की सलाह भी ली जाएगी ताकि यह प्वाइंट हादसों का सबब ना बन पाए।