जम्मू संभाग में डेंगू के 60 से अधिक मामले दर्ज, जीएमसी में सबसे अधिक 27 लोगों में डेंगू की हुई पुष्टि
मेडिकल कॉलेज में 690 बुखार के मामले आए लेकिन इसमें से सिर्फ 27 मरीजों में ही डेंगू की पुष्टि हुई है। जिले के अन्य अस्पतालों में डेंगू के 10 मामले सामने आए हैं।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर में डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अभी तक जम्मू संभाग में 60 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं, जबकि कई संदिग्ध अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। डेंगू से एक मरीज की मौत होने की भी जानकारी है, लेकिन किसी ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अनुसार अभी तक राजकीय मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल जम्मू में सबसे अधिक 27 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। मेडिकल कॉलेज में 690 बुखार के मामले आए, लेकिन इसमें से सिर्फ 27 मरीजों में ही डेंगू की पुष्टि हुई है। जिले के अन्य अस्पतालों में डेंगू के 10 मामले सामने आए हैं। सांबा जिले में 15 डेंगू के मामले दर्ज हुए हैं। तीन मामले राजौरी जिले में दर्ज हुए हैं, जबकि डोडा व रामबन में दो-दो और ऊधमपुर व पुंछ में एक-एक मामला दर्ज हुआ है। सांबा जिले में इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आइटीबीपी) के जवानों में डेंगू के मामले दर्ज हुए थे।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार हर दिन कई संदिग्ध मरीज इलाज के लिए अस्पतालों में आते हैं, लेकिन इस बार डेंगू के मामले पहले की अपेक्षा कम हैं। उनका कहना है कि लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। मच्छरों को मारने के लिए फाङ्क्षगग अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपने घरों के बाहर पानी जमा न होने देने और कुलरों में हर दिन पानी बदलने की भी सलाह दी।
कैसे होता है डेंगू
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं। ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं। डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद के महीनों यानी जुलाई से अक्टूबर में सबसे ज्यादा फैलता है क्योंकि इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं। एडीज इजिप्टी मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता।
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज के खून में डेंगू वायरस बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उस मरीज का खून चूसता है। खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में चला जाता है। जब डेंगू वायरस वाला वह मच्छर किसी और इंसान को काटता है तो उससे वह वायरस उस इंसान के शरीर में पहुंच जाता है, जिससे वह डेंगू वायरस से पीड़ित हो जाता है।
क्या हैं डेंगू के लक्ष्ण
काटे जाने के करीब 3-5 दिनों के बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखने लगते हैं। शरीर में बीमारी पनपने की मियाद 3 से 10 दिनों की भी हो सकती है।