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Militancy in Jammu Kashmir: फिर साजिश ...और वही पुराना रूट; अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक जाने वाले नदी-नालों से घुसते हैं आतंकी

कठुआ के लखनपुर से अखनूर तक अंतरराष्ट्रीय सीमा करीब 208 किलोमीटर फैली है। इस सीमा से सटे सांबा और कठुआ जिलों में बसंतर नाला घगवाल में बबर नाला देई नाला शट नाला बाघ नाला विजयपुर क्षेत्र में देविका नदी भी पाकिस्तान की ओर जाती है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 07:18 AM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 12:37 PM (IST)
Militancy in Jammu Kashmir: फिर साजिश ...और वही पुराना रूट; अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक जाने वाले नदी-नालों से घुसते हैं आतंकी
सीमा पर तैनात बीएसएफ लगभग हर बार घुसपैठ को नाकाम बना देती है।

जम्मू, अवधेश चौहान: जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगरोटा बन टोल प्लाजा फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। हिंसा का नंगा नाच खेलने सीमा पार से घुसपैठ कर आए ये आतंकी फिर कश्मीर जाने की फिराक में थे। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर यह कौन सा रूट है, जहां से आतंकी बार-बार घुसपैठ कर जम्मू-श्रीनगर हाईवे से होते हुए कश्मीर जाते हैं।

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दरअसल, जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर से जम्मू जिले के अखनूर तक लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई ऐसे बरसाती नदी-नाले पड़ते हैं, जो पाकिस्तान की ओर जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब दस से पंद्रह किलोमीटर के दायरे में साथ-साथ जम्मू-पठानकोट हाईवे भी गुजरता है। अक्सर आतंकी कठुआ जिले के हीरानगर व सांबा सेक्टर से घुसपैठ कर इस हाईवे तक पहुंचते हैं। जहां पहले से तैयार ओवरग्राउंड वर्कर उन्हें अपने ट्रक के पीछे लगे सामान के बीच छिपाकर कश्मीर पहुंचाते हैं। मौजूदा साल में पाक परस्त आतंकियों ने दो बार यह रूट अपनाया और जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर बन टोल प्लाजा में हुई मुठभेड़ में मारे गए।

कठुआ के लखनपुर से अखनूर तक अंतरराष्ट्रीय सीमा करीब 208 किलोमीटर फैली है। इस सीमा से सटे सांबा और कठुआ जिलों में बसंतर नाला, घगवाल में बबर नाला, देई नाला, शट नाला, बाघ नाला, विजयपुर क्षेत्र में देविका नदी भी पाकिस्तान की ओर जाती है। इसके अलावा जम्मू की अखनूर तहसील में भी दरिया चिनाब के साथ लगता परगवाल इलाका एक टापू की शक्ल में है। इस टापू का एक छोर पाकिस्तान में जाता है। जहां बीएसएफ गश्त करती है। वहीं, जम्मू शहर के साथ लगते कई बार्डर इलाके हैं, जिनमें निक्की तवी और तवी नदी भी पाकिस्तान की ओर जाती है। इन्हीं नदी-नालों के किनारे-किनारे घुसपैठ की कई बार सूचनाएं मिलती रही हैं।

आतंकी इन्हीं रूट से होकर दस से पंद्रह किलोमीटर का सफर तय कर आसानी से हाईवे तक पहुंच जाते हैं और पाकिस्तान में बैठे उनके हैंडलर कश्मीर में अपने ओजीडब्ल्यू की मदद से इसके लिए ट्रक आदि का इंतजाम करवाते हैं, जिसके जरिए यह आतंकी हथियार व गोलाबारूद लेकर ट्रकों में छिपकर जम्मू-श्रीनगर हाईवे से होकर कश्मीर जाते हैं। हालांकि सीमा पर तैनात बीएसएफ लगभग हर बार घुसपैठ को नाकाम बना देती है।

पाकिस्तानी रेंजर भी आतंकियों को इन नदी-नालों और कभी सुरंगों के रास्ते भारतीय क्षेत्र में धकेलने के समय अक्सर सीमा पर गोलीबारी कर सुरक्षाबलों का ध्यान भटकाते हैं। पिछले दो दिन से हीरानगर सेक्टर में भी पाकिस्तान गोलीबारी कर रहा है। इसी के मद्देनजर अधिकारी दावा कर रहे हैं कि वीरवार को बन टोल प्लाजा पर मारे गए आतंकी ताजा घुसपैठ कर आए हैं। हालांकि मामले की जांच जारी है।


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