Move to Jagran APP

Jammu Kashmir: महबूबा बोली- भाजपा के खिलाफ बोलने वालों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है

श्रीनगर के सर्किट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारत में अगर कोई राजनेता विद्यार्थी या कार्यकर्ता भाजपा के खिलाफ बोलता है उसे सलाखों के पीछे डालकर उनका गला घोंटा जा रहा है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Wed, 25 Aug 2021 04:46 PM (IST)Updated: Wed, 25 Aug 2021 06:32 PM (IST)
Jammu Kashmir: महबूबा बोली- भाजपा के खिलाफ बोलने वालों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है
उन्होंने कहा कि भाजपा देश में रेलवे स्टेशन, पॉवर प्रोजेक्ट और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं को बेच रही है।

जम्मू, जेएनएन। पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख  मुफ्ती ने कहा कि पूरे भारत वर्ष में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बोलने वालों सलाखों के पीछे डाला जा रहा है।

loksabha election banner

श्रीनगर के सर्किट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारत में अगर कोई राजनेता, विद्यार्थी या कार्यकर्ता भाजपा के खिलाफ बोलता है उसे सलाखों के पीछे डालकर उनका गला घोंटा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि भाजपा देश में रेलवे स्टेशन, पॉवर प्रोजेक्ट और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं को बेच रही है। ऐसे में अगर कोई उसकी इन नीतियों के लिए निंदा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई कर उस पर मानसिक दबाव बनाया जाता है। 

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू कश्मीर का विलय नेहरू, गांधी और इंदिरा गांधी के भारत के साथ हुआ था जिसमें हर एक को सांप्रदायिक सौहार्द, आपसी भाईचारे के साथ रहने की व्यवस्था थी। अगर भारत की स्थिति मौजूदा समय की होती तो जम्मू कश्मीर का भारत के साथ विलय नहीं होता।

जम्मू कश्मीर में लोगों को दबाया जा रहा है

जम्मू कश्मीर में लोगों को दबाया जा रहा है। अगर चीजें ऐसी ही चलती रहीं तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। भाजपा झूठ बोल रही है कि कोई भी राजनीतिक कार्यकर्ता हिरासत में नहीं है। अभी भी 1200 लोग हिरासत में हैं, जिनके अभिभावक लोगों से दान लेकर जरूरतें पूरी कर रहे हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोग बहुत गरीब हैं। कोरोना के दौरान उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं था और गंगा में शव तैर रहे थे। लोगों के पास खाने के लिए पैसे व रहने के लिए मकान नहीं हैं। जो सड़कों पर सो रहे है। बेहतर यह होगा कि उन्हें पहले खाने के लिए पैसे दिए जाए बाद में कश्मीर के प्लाट बेचे जाएं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.