महबूबा मुफ्ती पहुंची जम्मू, लगे गो बैक के नारे, राष्ट्रीय बजरंग दल, भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
पहले महबूबा मुफ्ती का काफिला सुबह जैसे ही राजौरी के खांडली पुल पर पहुंचा तो हाथों में तिरंगा लिए भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने महबूबा गो बैक महबूबा गौ-बैक के नारे लगाने शुरू कर दिए। भाजयुमो जिला अध्यक्ष हरीश भारती ने कहा कि महबूबा मुफ्ती आतंकवाद व तालिबान का समर्थन करती हैं।
जम्मू/राजौरी, जागरण संवाददाता: पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के खिलाफ शनिवार को राजौरी और जम्मू में गो-बैक के नारे लगे। रात को महबूबा का काफिला जब जम्मू पहुंचा तो राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और महबूबा गो-बैक, गो-बैक के नारे लगाए। इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोक लिया।
इससे पहले महबूबा मुफ्ती का काफिला सुबह जैसे ही राजौरी के खांडली पुल पर पहुंचा तो हाथों में तिरंगा लिए भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने महबूबा गो बैक, महबूबा गौ-बैक के नारे लगाने शुरू कर दिए। भाजयुमो जिला अध्यक्ष हरीश भारती ने कहा कि महबूबा मुफ्ती आतंकवाद व तालिबान का समर्थन करती हैं, इसलिए हम उनका विरोध करते हैं।
महबूबा की सभा से पहले उतारा तिरंगा, मामला दर्ज
राजौरी के कोटरंका के डाक बंगला में शनिवार को होने वाली महबूबा की जनसभा से पहले ही शुक्रवार रात को किसी ने वहां छत पर लगा तिरंगा उतार दिया। सुबह यह बात पूरे क्षेत्र में फैल गई कि महबूबा मुफ्ती के दौरे से पहले तिरंगा उतार दिया गया। इसके बाद नायब तहसीलदार कोटरंका ने पुलिस को लिखित शिकायत भेजी कि इस तरह का मामला सामने आया है। इसके बाद पुलिस ने तिरंगे के अपमान का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जिसने भी तिरंगा उतारा है, उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यहां यह बता दें कि हमेशा से ही महबूबा मुफ्ती का विवादों से हमेशा से ही चोली-दामन का साथ रहा है। दो सप्ताह पहले महबूबा का तालिबान के प्रति मोह जागा था। उन्होंने कुछ दिन पहले भी कहा कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा पुन बहाल कर देना चाहिए। प्रदेश के हालात सामान्य नहीं है। बेरोजगारी बढ़ रही है, आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई है। प्रदेश में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की साख लगातार गिरती जा रही है। यही वजह है कि पीडीपी के कई वरिष्ठ नेता भी महबूबा मुफ्ती का साथ छोड़कर अलग संगठन बना चुके हैं।