Mehbooba Mufti: महबूबा मुफ्ती ने प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया
पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस के खिलाफ उच्च न्यायालय दिल्ली का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस को रद्द करने का आग्रह किया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस के खिलाफ उच्च न्यायालय दिल्ली का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस को रद्द करने का आग्रह किया है।
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय ने बीते शुक्रवार को धनशोधन अधिनियम (मनी लांड्रिंग) के तहत पीडीपी अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती को एक नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में बुलाया है। महबूबा मुफ्ती को 15 मार्च 2021 को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। संबंधित सूत्रों के मुताबिक महबूबा मुफ्ती को जम्मू कश्मीर बैंक में हुए तथाकथित ऋण घोटाले व हास्पिटैलिटी -प्रोटोकाल विभाग जम्मू कश्मीर में वर्ष 2016-18 के दौरान कई कथित वित्तीय धांधली के सिलसिले में तलब किया गया है।
महबूबा मुफ्ती ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उन्हें पूछताछ के लिए तलब किए जाने की आशंका गत दिसंबर में ही जतायी थी और इस सिलसिले में उन्होंने एक पत्र लिखकर प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक से कहा था कि वह किसी भी समय पूछताछ के लिए तैयार हैं, लेकिन अगर पूछताछ के लिए संबधित नियमों की अवेहलना हुई या राजनीतिक दुराग्रह के कारण उन्हें प्रताड़ित किया जाएगा तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगी।
पीपुल्स डेमाक्रेटिक पार्टी के प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने दैनिक जागरण के साथ फोन पर बातचीत में कह कि प्रवर्तन निदेशालय की सम्मन राजनीतिक दुराग्रह के चलते ही भेजा गया है। हमारी नेता महबूबा मुफती ने पहले ही इस बारे मेंआशंकाजतायी थी। वह किसी भी जगह पूछताछ के लिए तैयार हैं,उनके पास छिपाने को कुछ नहीं है।लेकिन जिस तरीके से उन्हें एक फर्जी मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है, उससे निपटने के लिए ही अदालत में याचिका दायर की गई है। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा भेजे गए पूछताछ के सम्मन को रद्द कराने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है।