जम्मू को घर की तरफ संवारेंगे फॉदर ऑफ द सिटी चंद्र मोहन गुप्ता, कहा- राजनीति नहीं विकास मेरी प्राथमिकता
Mayor Chander Mohan Gupta ने वर्ष 1978 में आरएसएस के संघ सेवक के रूप में समाज सेवा शुरू की। तब गुप्ता 20 वर्ष के थे। उन्होंने आरएसएस विश्व हिंदु परिषद सेवा भारती व अन्य सामाजिक संगठनों में 27 साल तक विभिन्न पदों पर रहकर लगातार काम किया।
जम्मू, जागरण संवाददाता। ‘शहर मेरा परिवार है। इसके दुख-सुख मेरे अपने हैं। घर की तरह ही जम्मू शहर को संवारने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। जिस तरह परिवार का कोई बड़ा सभी को साथ लेकर कुटुम्ब को आगे बढ़ाता है, वैसे ही मैं भी मंदिरों के शहर के विकास के लिए प्रयासरत हूं। किसी पार्टी विशेष से जीत कर आने का सौभाग्य मुझे जरूर प्राप्त हुआ है लेकिन बिना किसी पार्टीबाजी के विकास मेरी प्राथमिकता है। अभी तक के दो साल में जनता के प्यार और दुलार के साथ हम सभी शहर को नई दिशा प्रदान करने में सफल रहे हैं। आने वाले वर्षों में जम्मू शहर स्मार्ट सिटी बनकर उभरेगा।’
यह कहना है कि फादर ऑफ द सिटी यानि मेयर चंद्र मोहन गुप्ता का। आज मेयर चंद्र मोहन गुप्ता का 63वां जन्मदिन है। शहर के विकास, लोगों को बेहतर सुविधाएं देना, इसी संकल्प के साथ मेयर ने अपने जन्मदिवस पर अपने प्रयासों को आगे भी जारी रखने का संकल्प लिया।
गुप्ता ने वर्ष 2005 में भारतीय जनता पार्टी की सीट पर शहर के वार्ड नंबर 33 से कॉरपोरेटर चुने गए। उन्होंने 2005 से 2010 तक कॉरपोरेटर रहते वार्ड में बहुत से विकास कार्य करवाए। नतीजतन वर्ष 2018 में पुन: हुए चुनावों में वह लोगों की पहली पसंद रहे। दोबारा कॉरपोरेटर बनने के बाद मेयर पद पर भी कब्जा जमाया। उन्होंने 17 नवंबर 2018 को मेयर पद की शपथ ली। उनकी देखरेख में शहर के सभी वार्डों में स्ट्रीट लाइटें लगाने का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट सिरे चढ़ा। इतना ही नहीं चौकों में हाईमास्ट लाइटें भी उनकी देखरेख में लगीं। इतना ही नहीं उन्होंने शहर के पंजतीर्थी में मल्टीटियर पार्किंग का निर्माण भी शुरू करवाया। 74वें संशोधन को लागू करवा कर विभिन्न विभाग निगम के अधीन लाने का श्रेय भी उन्हीं को जाता है। ग्रीन जम्मू, क्लीन जम्मू, हंसता-खेलता जम्मू उनका नारा है।
15 नवंबर 2018 को बने मेयर: भारतीय जनता पार्टी की सीट पर चंद्र मोहन गुप्ता 15 नवंबर 2018 को मेयर निर्वाचित हुए। उन्हें 75 में से 45 वोट मिले। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार एवं पूर्व मेयर मनमोहन चौधरी की धर्मपत्नी विजय चौधरी को पराजित किया। 75 में से भाजपा के अपने 43 कारपोरेटर थे। यानी चंद्र मोहन गुप्ता अपने साथियों का वोट हासिल करने के साथ-साथ दो निर्दलीय उम्मीदवारों का वोट प्राप्त करने में भी सफल रहे। चंद्र मोहन वर्ष 2014 चुनावों में जिला राजौरी के नौशहरा और कालाकोट में भाजपा कोआर्डीनेटर भी रहे और भाजपा ने पहली बार यह दोनों सीटें जीतीं। जिसमें मौजूदा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैणा नौशहरा से और अब्दुल गनी कोहनी कालाकोट से विजयी हुए। इतना ही नहीं उन्होंने अखनूर-छम्ब के कोआर्डीनेटर रहते हुए अखनूर व खौड़ निकायों का चेयरमैन बनाने में भी अहम भूमिका निभाई।
वर्ष 1978 में शुरू किया कैरियर: चंद्र मोहन गुप्ता ने वर्ष 1978 में आरएसएस के संघ सेवक के रूप में समाज सेवा शुरू की। तब गुप्ता 20 वर्ष के थे। गुप्ता का कहना है कि उन्होंने आरएसएस, विश्व हिंदु परिषद, सेवा भारती व अन्य सामाजिक संगठनों में 27 साल तक विभिन्न पदों पर रहकर लगातार काम किया। वर्ष 2005 में उन्होंने अपना राजनीतिक कॅरियर शुरू किया और शहर के वार्ड नंबर 33 (शिव नगर, राजपुरा क्षेत्र) से कॉरपोरेटर निर्वाचित हुए जो तब कांग्रेस का गढ़ था। गुप्ता भाजपा मंडल प्रधान और दो बार भाजपा के कार्यकारी सदस्य रहे। वह लगातार तीन साल तक भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रहे।
आज है 63वां जन्म दिवस: चंद्र मोहन गुप्ता 6 जनवरी 2021 को 63वां जन्म दिवस मना रहे हैं। हर साल जन्म दिवस पर धर्मपत्नी कमला गुप्ता व बेटे सत्यम महाजन व शिवम महाजन के साथ पूजा-अर्चना करने के साथ वह दिन का शुभारंभ करते हैं। गुप्ता जम्मू को सर्वसुविधा संपन्न शहर बनाना चाहते हैं।