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Jammu Kashmir: मंगलवार को है ज्येष्ठ मासिक शिवरात्रि व्रत, ऐसे पूजा करने से मिलेगा मनवांछित फल

इस दिन शिव पूजन एवं व्रत करने से अविवाहित महिलाएं को सुयोग्य वर मिलता है। जिन लड़को को भी विवाह के विलंब हो रहा हो वह भी इस दिन व्रत एवं पूजन करें। उनकी भी मनोकामना जल्द पूरी होती है।दंपत्तियों का जीवन सुखमय और आनंदमय होता है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 12:22 PM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 12:22 PM (IST)
Jammu Kashmir: मंगलवार को है ज्येष्ठ मासिक शिवरात्रि व्रत, ऐसे पूजा करने से मिलेगा मनवांछित फल
मासिक शिवरात्रि 08 जून को ही मनाई जाएगी।

जम्मू, जागरण संवाददाता : ज्योतिष शास्त्र के दृष्टिकोण से चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान भोलेनाथ अर्थात स्वयं शिव ही हैं। धर्मग्रंथों के अनुसार फाल्गुन माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी महाशिवरात्रि के दिन भोलेनाथ और माता पार्वती जी का विवाह हुआ था।

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शिव की आराधना इच्छा शक्ति को मजबूत करती है और अन्तःकरण में अदम्य साहस व दृढ़ता का संचार करती है

मान्यता यह भी है कि इसी दिन भगवान शिव ने साकार रूप धारण किया था।तभी से हर माह की इस तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। ज्येष्ठ मासिक शिवरात्रि पर्व के विषय में महंत रोहित शास्त्री ने बताया कि ज्येष्ठ मासिक शिवरात्रि आने वाले मंगलवार को मनाई जाएगी।

मासिक शिवरात्रि 08 जून को ही मनाई जाएगी

ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 08 जून मंगलवार सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर शरू होगी और 09 जून बुधवार दोपहर 01 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगी।रात्रि मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त 08 जून को प्राप्त हो रहा है।इसलिए मासिक शिवरात्रि 08 जून मंगलवार को ही मनाई जाएगी।

शिव पूजन एवं व्रत करने से अविवाहित महिलाएं को सुयोग्य वर मिलता है

इस दिन शिव पूजन एवं व्रत करने से अविवाहित महिलाएं को सुयोग्य वर मिलता है। जिन लड़को को भी विवाह के विलंब हो रहा हो वह भी इस दिन व्रत एवं पूजन करें। उनकी भी मनोकामना जल्द पूरी होती है। मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से दंपत्तियों का जीवन सुखमय और आनंदमय होता है।जीवन में आने वाली सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं। शिवरात्रि का व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

शिव पूजा सभी पापों का क्षय करने वाली है

भक्तों की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं ।शिव पूजा सभी पापों का क्षय करने वाली है। मास शिवरात्रि के दिन शिवपूजन शिवपुराण, रुद्राभिषेक, शिव कथा, शिव स्तोत्रों ॐ नम: शिवाय का पाठ करते हुए रात्रि जागरण करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता हैं।


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