जिस घर में गाए जा रहे थे शादी के गीत, वहां पसरा मातम
दो पोतों की शादी में पठानकोट गए बिश्नाह के नामी ज्वैलर ओम प्रकाश और उनकी पत्नी की सड़क हादसे में मौत हो गई।
संवाद सहयोगी, बिश्नाह: अपने दो पोतों की शादी में पठानकोट गए बिश्नाह के नामी ज्वैलर ओम प्रकाश और उनकी पत्नी कृष्णा देवी की वहां से लौटते समय सड़क हादसे में मौत की खबर घर में पहुंचते ही वहां मातम छा गया। हादसे की खबर मिलते ही पूरे कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई। जिस घर में कुछ देर पहले खुशी के गीत गाए जा रहे थे वहां मातम छा गया। इस हादसे में कार में सवार दूल्हों की बुआ आशा रानी पत्नी प्रेम कुमार एवं सृष्टादेवी पत्नी पवन कुमार भी घायल हुई हैं। दोनों को उपचार के लिए जीएमसी कठुआ में भर्ती करवाया गया है।
ओमप्रकाश बिश्नाह के वार्ड 10 के रहने वाले वाले थे। उनका संयुक्त परिवार है और वे कस्बे के नामी ज्वैलर हैं। उनके बेटे महेंद्रपाल और बॉबी कुमार भी यही व्यवसाय करते हैं। महेंद्रपाल के बेटे करणवीर और बॉबी कुमार के बेटे अभिषेक की पठानकोट के प्रीत नगर मोहल्ले में एक ही परिवार की दो बहनों से शादी तय हुई थी। शुक्रवार रात को बारात पठानकोट गई। ओम प्रकाश और उनकी पत्नी कृष्णा देवी भी अपने ड्राइवर रामपाल के साथ कार (जेके02बीएल 6800) से शादी में गए थे। रात को शादी में शामिल होने के बाद जब ओम प्रकाश और उनकी पत्नी कृष्णा देवी घर लौट रहे थे तो जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे पर राजबाग के पास उनकी कार हादसे की शिकार हो गई। इस हादसे में ओम प्रकाश, उनकी पत्नी कृष्णा देवी और ड्राइवर रामपाल की मौत हो गई। अपने पोतों की शादी में शामिल होकर दादा-दादी की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था, लेकिन किसी को क्या मालुम था कि उनकी सड़क हादसे में मौत हो जाएगी।
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पति-पत्नी का एक साथ किया गया दाह संस्कार
ओम प्रकाश और उनकी पत्नी ने जिदगी में कई उतार चढ़ाव देखे, लेकिन वे हमेशा ही एक दूसरे का सहारा बने रहे। सड़क हादसे में दोनों की मौत की बाद बिश्नाह के कुंडेश्वर धाम में उनका एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों और कस्बे के लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। ---------------------
कई साल से ओमप्रकाश का ड्राइवर था पूर्व सैनिक रामपाल
जानकारी के मुताबिक हादसे में जान गंवाने वाला कार चालक रामपाल बिश्नाह के चोरली इलाके का रहने वाला था। वह पूर्व सैनिक था और सेना से रिटायर होने के बाद करीब आठ-दस साल से वह ओमप्रकाश की गाड़ी चला रहा था। उसके ऊपर ओमप्रकाश बहुत भरोसा करते थे। वे जहां भी जाते थे उसे ही लेकर जाते थे। -----------------
चालक को नींद आने से हुआ हादसा
पठानकोट से लौटते समय कठुआ जिले के राजबाग इलाके में जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे पर तड़के करीब तीन बजे चालक को नींद की झपकी आने से यह हादसा हुआ था। इससे कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।