पागल कुत्ते का आतंक, एक दिन में 10 लोगों को काटा
पागल कुत्ते ने जब गांव में एक बाद एक दस लोगों को काट खाया तो यह बात गांव में आग की तरह फैल गई। जिस गली, मुहल्ले या बाजार से भी कुत्ता गुजरता वहां भगदड़ मच गई।
बिश्नाह, संवाद सहयोगी। जम्मू के सीमावर्ती अरनिया सेक्टर के गांव कल्याणा में पागल हो चुके कुत्ते ने शनिवार को आतंक मचा दिया। उसने एक ही दिन करीब 10 लोगों को काट खाया। कुत्ते के काटने से गांव में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया। लोगों ने अपने बच्चों को घरों में ही समेट लिया। गांव के कुछ लोग कुत्ते को भगाने के लिए डंडे लाठी लेकर बाहर आए लेकिन कुत्ता किसी के हाथ नहीं आया। कुत्ते के हमले से घायल होकर जब लोग इलाज करवाने अस्पताल पहुंचे तो उन्हें वहां एंटी रैबिज का डोज ही नहीं मिला।
स्थानीय निवासी बोधराज ने बताया कि सुबज जब लोग अपने कामों में व्यस्त थे, तभी अचानक एक कुत्ता गांव में घुस आया और राह चलते लोगों को काटना शुरू कर दिया। लोगों ने कुत्ते का पीछा कर उसे पकड़ना व मारना चाहा लेकिन वह तेजी से दूसरी तरफ भाग गया। गांव में भय का माहौल बन गया। लोगों ने इस संबंध में गांव के पंच-सरपंचों को भी शिकायत की है कि वह पागल कुत्ते पर काबू पाने के लिए तुरंत कदम उठाएं।
कई लोग तो भगदड़ में हो गए घायल
पागल कुत्ते ने जब गांव में एक बाद एक दस लोगों को काट खाया तो यह बात गांव में आग की तरह फैल गई। जिस गली, मुहल्ले या बाजार से भी कुत्ता गुजरता वहां भगदड़ मच गई। ऐसे में कई लोग इस अफरा-तफरी में भी घायल हो गए। इन घायलों को भी अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराने के बाद घर वापिस भेज दिया।
अस्पताल में उपलब्ध नहीं थी एंटी रैबिज का डोज
कुत्ते के काटने से घायल हुए दस लोगों को जब इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया काटने के उपरांत जब लोग अस्पताल पहुंचे तो उनके पास एंटी रैबिज का डोज ही नहीं था। लोगों को मजबूरी में यह महंगा टीका बाजार से खरीदना पड़ा। कुत्ते के काटने से जो लोग घायल हुए उनमें महेंद्र कुमार, प्रेमपाल, करणवीर, जगदीश राज सहित अन्य लोग शामिल हैं। ग्रामीणों ने नवनियुक्त पंच-सरपंचों से अस्पताल में स्वास्थ्य ढांचे को मजबू बनाने और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात भी उठाई।