लद्दाख पर्यटन क्षेत्र में गैर लद्दाखियों के निवेश का विरोध, आंदोलन की चेतावनी
Ladakh Tourism लद्दाख की अधिकांश आबादी का रोजगार इसी क्षेत्रसे जुढ़ा हुआ है। लद्दाख के स्थानीय जनजातीय समूहों ने तमाम मुश्किलों के बीच अपने सीमित संसाधनों से यहां पर्यटन क्षेत्र के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार किया है।
लेह, जागरण ब्यूरो। लद्दाख टूरिस्ट ट्रेड एलांयस (एलटीटीए) ने एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र शासित लद्दाख में गैर लद्दाखियों द्वारा पर्यटन क्षेत्र में निवेश का विरोध किया है। एलायंस ने ऐसे निवेशकों पर पाबंदियों की धमकी दी है।एलटीटीए में लेह व करगिल के करीब 16 संगठन शामिल है। इन संगठनों ने लद्दाख में पर्यटन उद्योग के संरक्षण के लिए मिलकर प्रयास करने का निर्णय लिया है।
एलटीटीए के चेयरमैन पीटी कुंजांग ने कहा कि हमने एक प्रस्ताव पारित कर लद्दाख के पर्यटन को बचाने और स्थानीय लोगों की आजीविका के अवसरों के संरक्षण का संकल्प जताया है। हम नहीं चाहते कि लद्दाख के भौगोलिक और संवेदनशील पारिस्थितिक संतुलण के साथ किसी तरह का खिलवाड़ हो। हम बाहर से किसी भी निवेशक को पर्यटन क्षेत्रमें निवेश नहीं करने देंगे। एलटीटीए में आल लददाख टूर आप्रेटर्स एसोसिएशन, आल लददाख होटल एंड गेस्ट हाऊस एसोसिएशन, लद्दाख टैक्सी आप्रेटर्स कापोरेटिव यूनियन, लद्दाख टेंपो ट्रैवलर एसोसिएशन, लद्दाख बाइकर्स एसोसिएशन और राफ्टिंग एसोसिएशन भी शामिल है। यह प्रस्ताव लद्दाख बौद्ध एसोसिएशन, आल लद्दाख गोंपा एसोसिएशन, अंजुमन ए मोइन- लिल-इस्लाम, अंजुमन ए इमामिया एंड क्रिश्चियन एसासिएशन मर्चंट एसोसिएशन और लेह स्थित भाजपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के समर्थन में तैयार किया है।
पीटी कुंजांग ने कहा कि हम किसी भी बाहरी निवेशक को चाहे वह किसी स्थानीय व्यक्ति की आड़ में या खुले तौर पर यहां पर्यटन क्षेत्र में निवेश नहीं करने देंगे। जाे करेगा,उसके खिलाफ यहां कई पाबंदियां लगाई जाएंगी। उसके साथ यहां सभी असहयोग करेंगे। उनके साथ संपर्क नहीं रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि लद्दाख में पर्यटन क्षेत्र ही स्थानीय अर्थव्यवस्था का एक मजबूत स्तंभ है और स्थानीय लोगों की आजीविका का एक बड़ा साधन है। लद्दाख की अधिकांश आबादी का रोजगार इसी क्षेत्रसे जुढ़ा हुआ है। लद्दाख के स्थानीय जनजातीय समूहों ने तमाम मुश्किलों के बीच अपने सीमित संसाधनों से यहां पर्यटन क्षेत्र के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार किया है।
बाहरी निवेशकों के निवेश करने पर स्थानीय लोगों के हित पूरी तरह से प्रभावित होंगे। यहां का सामाजिक ताना बाना भी प्रभावितहोगा।