Hydro Power Project: 35 हजार करोड़ के निवेश से जम्मू कश्मीर ऊर्जा के क्षेत्र में होगा आत्मनिर्भर : सिन्हा
हमारा संकल्प है कि जम्मू कश्मीर में 3498 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाए। परियोजनाओं से जम्मू कश्मीर में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। आज हिमाचल प्रदेश सिक्किम कहां पहुंच गए हैं? पानी को सोने हीरे की तरह संभाल कर रखा जाता था। हमारा मकसद चौबीस घंटे बिजली उपलब्ध करना है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू के कन्वेंशन सेंटर में पन बिजली परियोजनाओं के एमओयू पर हस्ताक्षर समारोह में मनोज सिन्हा ने कहा कि 35 हजार करोड़ रुपये के निवेश से ऊर्जा के क्षेत्र में जम्मू कश्मीर आत्मनिर्भर हो जाएगा। एनएचपीसी के साथ सहयोग से परियोजनाओं का निर्माण होगा। एनएचपीसी की पहले की तीन परियोजनाओं की तरह नहीं होगा। पहले एमओयू में ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं रखा गया था कि परियोजनाएं जम्मू कश्मीर को वापस मिलेगी। अब बिलकुल साफ है कि चालीस साल के बाद रतले और किरथाई परियोजनाएं जम्मू कश्मीर को वापस मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से जम्मू कश्मीर को 13 फीसद बिजली निश्शुल्क मिलेगी। कहने का मतलब यह है कि 454 मेगावाट बिजली जम्मू कश्मीर को बिना पैसे के मिलेगी।
सावलाकोट परियोजना का जिक्र करते हुए सिन्हा ने कहा कि 1984 से यह परियोजना बंद पड़ी हुई है। एक मेगावाट बिजली का उत्पादन भी नहीं हुआ। पन बिजली परियोजनाओं को लेकर देश में कई तरह की धारणा बन गई थी। लाेग धरना देते थे। अब पन बिजली परियोजाओं को लेकर देश में भरोसा कायम हुआ है। उन्होंने कहा कि देश में दस फीसद बिजली की सलाना मांग बढ़ जाती है। हम जम्मू कश्मीर में इसे पंद्रह फीसद लेकर चल रहे हैं। हमारा संकल्प है कि जम्मू कश्मीर में 3498 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाए। परियोजनाओं से जम्मू कश्मीर में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। आज हिमाचल प्रदेश, सिक्किम कहां पहुंच गए हैं? पानी को सोने हीरे की तरह संभाल कर रखा जाता था। पानी हमारा ही रहेगा। इसे एनएचपीसी नहीं ले जाने वाला है। हमारा मकसद चौबीस घंटे बिजली उपलब्ध करना है।
उपराज्यपाल ने कहा कि इस साल गर्मी में जम्मू में बिजली की कटौती की परेशानी पेश नहीं आएगी। हमारी कोशिश है कि अगले दो साल में जम्मू कश्मीर में लोगों को चौबीस घंटे बिजली उपलब्ध होगी। चौबीस घंटे बिजली उपलब्ध करवाने के अभियान में तेजी लाई जाएगी। पिछले साल की विदाई में जम्मू कश्मीर के लोगों को पांच लाख स्वास्थ्य बीमा योजना का फायदा मिला। हाल ही में कश्मीर में एक अस्पताल के शिलान्यास के दौरान मुझे पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सर्दियों में कश्मीर में और गर्मी के दिनों में जम्मू में बिजली की परेशानी होती है। हमने सर्दी के दिनों में पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवाने के लिए काम किया है।