Jammu Kashmir : उप राज्यपाल ने ली वाइल्डलाइफ बोर्ड की पहली बैठक
जम्मू कश्मीर वाइल्डलाइफ बोर्ड के सदस्यों की पहली बैठक सोमवार को सचिवालय में हुई जिसकी अध्यक्षता उप राज्यपाल मनोज सिंहा ने की जोकि बोर्ड के चेयरमैन भी हैं। जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने हाल ही में जम्मू कश्मीर वाइल्डलाइफ बोर्ड के सदस्यों की घोषणा की थी।
जम्मू, जागरण संवाददाता । जम्मू कश्मीर वाइल्डलाइफ बोर्ड के सदस्यों की पहली बैठक सोमवार को सचिवालय में हुई जिसकी अध्यक्षता उप राज्यपाल मनोज सिंहा ने की, जोकि बोर्ड के चेयरमैन भी हैं। जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने हाल ही में जम्मू कश्मीर वाइल्ड लाइफ बोर्ड के सदस्यों की घोषणा की थी।
पहली बैठक में आयुक्त सचिव वन एवं पर्यावरण विभाग सरिता चौहान ने पंजाब-जम्मू कश्मीर सीमा पर बन रहे शाहपुर कंडी डेम प्रोेजक्ट के अधीन आने वाली थीन कंजरवेशन रिर्जव की 51.08 हैक्टेयर भूमि की जानकारी दी। इस भूमि में से 12.87 हैक्टेयर भूमि रावी नहर बनाने व दूसरे काम में इस्तेमाल होगी। मगर प्रोजेक्ट से वन्यजीव पर किसी तरह का प्रभाव नही पड़ेगा। हालांकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन रहे डा. सीएम सेठ ने कहा कि इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए कि प्रोजेक्ट से वन्यजीव जीव प्राणी किसी प्रकार आहत न हो पाएं। क्योंकि सारस क्रेन भी उसी क्षेत्र में आते हैं और उनके बसेरे को सुरक्षित किया जाना चाहिए।
जम्मू कश्मीर वन्यजीव संरक्षण विभाग के चीफ वार्डन सुरेश गुप्ता ने बोर्ड बैठक में आए सदस्यों का स्वागत किया और इस दौरान शाहपुर कंडी प्रोजेक्ट के अधीन आने वाली भूमि पर विस्तार से जानकारी दी। प्रमुख सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम, वन्यजीव संरक्षण विभाग के क्षेत्रिय वार्डन एम कुमार, पूर्व वाइल्ड लाइफ वार्डन डा. सीएम सेठ, जम्मू यूनिवर्सिटी के जूलॉजी विभाग में रहे प्रोफेसर प्रो. डीएन साही, जम्मू यूनिवर्सिटी के इंवायरमेंटल साइंस के एचओडी रहे प्रो. अनिल कुमार रैना, असिस्टेंट प्रोफेसर मोहम्मद जुनेद, डब्ल्यू डब्लयू एफ के टीम लीडर पंकज चंदन,गुलदेव राज भी उपस्थित थे। बैठक में कुछ सदस्यों ने वीडीओ कांफ्रैंसिंग के जरिए भी इस बैठक में भाग लिया।