Jammu Kashmir: नई शिक्षा नीति पर उपराज्यपाल का सुझाव, NCC-NSS को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा जम्मू-कश्मीर में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। प्रदेश के युवाओं ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को दर्शाया है। हम चाहते है कि हमारे युवा बदलाव लाएं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नई शिक्षा नीति को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए सुझाव देते हुए कहा कि एनएसएस, एनसीसी, खेलों, संगीत आदि को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए और विद्यार्थियों को इन गतिविधियों के अंक दिए जाएं। उच्च शिक्षा में बदलाव के लिए नई शिक्षा नीति की भूमिका पर राज्यपालों की कांफ्रेंस में उपराज्यपाल ने संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति को प्रभावी तरीके से अगर लागू करना है तो शिक्षण संस्थानों को जरूरत के अनुसार अध्यापकों के पद फिर से परिभाषित करने की छूट मिलनी चाहिए।
टीचिंग पर विद्यार्थियों का फीडबैक लिया जाए। विश्वविद्यालयों से पूछा जाए कि वे पढ़ाई के लिए किस तरह से विद्यार्थियों से फीडबैक हासिल करती है। हमारी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि सभी नीतियों का मार्गदर्शन करें। सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार की नई शिक्षा नीति को लागू करने की सराहना की। मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम शिक्षा मंत्रालय किए जाने की भी उन्होंने प्रशंसा की। मैं समझता हूं कि शिक्षा बदलाव के लिए अहम है। इंसान अब संसाधन ही नहीं है बल्कि संपत्ति भी है। वे समाज के लिए संपत्ति हैं। हमे अपने बच्चों को मूल्यों पर आधारित शिक्षा देनी चाहिए। इसके लिए आप को अपनी जड़ों को पहचानना होगा। हमें अपनी संस्कृति, विरासत को जानना होगा। आप को अपनी मातृ भाषा आनी चाहिए। नई शिक्षा नीति में बच्चों को अपनी मातृ भाषा को पढ़ने का मौका मिलेगा।
उपराज्यपाल ने श्री गुरु नानक देव जी के शब्द का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा मनुष्य को सोचने योग्य और लायक बनाती है। व्यक्ति में इंसानियत आती है। जम्मू कश्मीर में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। जम्मू कश्मीर के युवाओं ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को दर्शाया है। हम चाहते है कि हमारे युवा बदलाव लाएं। नई शिक्षा नीति युवाओं के सपने को साकार करेगी। हम शोध और नवीनता के क्षेत्र में रह रहे है। हमे जम्मू कश्मीर को ज्ञान, शोध, नवीनता, कौशल विकास का केंद्र बनाना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को आत्म निर्भर बनाना चाहते है। नई शिक्षा नीति से हम युवाओं को सशक्त बनाएंगे ताकि वे राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभा सकें।