Narco Terrorism : उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा- पड़ोसी मुल्क अब नशे की तस्करी के जरिए युवाओं की जिदंगी बर्बाद कर रहा
उन्होंने यह पाया है कि जम्मू कश्मीर के युवाओं की पांच प्राथमिकताएं हैं। पहली यह कि उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार नौकरियां मिलनी चाहिए दूसरी यह कि उन्हें संभावनाएं मिलनी चाहिए और वह उद्यमी बनने चाहिए तीसरी कि उन्हें मार्केट की जरूरत के अनुसार आधुनिक शिक्षा उपलब्ध करवानी चाहिए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि हमारा पड़ोसी मुल्क जो शांति और खुशहाली में खलल डालने की अपनी नापाक कोशिश में नाकाम रहा है, अब नशे की तस्करी करवा कर युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने युवाओं से कहा कि हमें नशे से दूर रहकर राष्ट्र की खुशहाली में योगदान देना चाहिए।समाज की बेहतरी के लिए अपनी क्षमता इस्तेमाल करें। युवाओं को बहकावे में नहीं आना चाहिए और अपने भविष्य को अंधेरे में धकेले। वे नशे से दूर हैं और राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाएं। हमें मिलजुल कर नशे का मुकाबला करना होगा।
शेर- ए- कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर श्रीनगर में आयोजित कश्मीर लीडरशिप सम्मेलन में उपराज्यपाल ने यंग अचीवर को अवार्ड प्रदानकरते समय यह बात कही। उन्होंने अवार्ड हासिल करने वाले युवाओं को मुबारकबाद दी जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है और समाज में बदलाव के लिए सहयोग दिया है।
उन्होंने कहा कि युवा नेतृत्व खुशहाल समाज को स्थापित करने में अहम भूमिका निभा रहा है जो पहले नहीं हुआ। युवा नेतृत्व, युवा सोच विश्व की समस्याओं का सामना कर सकती है और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए और विचार दे सकती है। युवाओं की शक्ति के बिना विकास की गति का बेहतर स्रोत नहीं है। तकनीक और वैश्वीकरण के फायदों से युवा जनसंख्या एडवांस और बराबर विकास का निर्माण कर सकती है। युवाओं के पास शक्ति है और उन्हें अपनी जिम्मेदारी, मूल्यों, नैतिकता के साथ मानवता की बेहतरी के लिए करना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देखरेख में जम्मू कश्मीर खुशहाली और तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है और युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हमारी उपलब्धि यह है कि हम युवाओं को सशक्त बनाकर विभिन्न क्षेत्रों में खुशहाली ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकास के एजेंडे और सुधारों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और युवाओं की मुद्दों का समाधान किया जा रहा है। युवाओं की पूरी क्षमता से जम्मू कश्मीर शांति और खुशहाली के तौर पर विकसित हो रहा है।
हम 13 महीनों के दौरान नियमित तौर पर बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने यह पाया है कि जम्मू कश्मीर के युवाओं की पांच प्राथमिकताएं हैं। पहली यह कि उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार नौकरियां मिलनी चाहिए दूसरी यह कि उन्हें संभावनाएं मिलनी चाहिए और वह उद्यमी बनने चाहिए, तीसरी कि उन्हें मार्केट की जरूरत के अनुसार आधुनिक शिक्षा उपलब्ध करवानी चाहिए। चौथी यह कि वे स्वशासन की प्रक्रिया को लागू करने में भूमिका निभाएं और भ्रष्टाचार को सिस्टम से पूरी खत्म किया जाए और पांचवीं यह कि उन्हें स्वस्थ, शांति और सुरक्षित जिंदगी जीने का अवसर प्रदान हो।
उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया कि सरकार प्रक्रिया को सुचारू बनाने में अहम भूमिका निभा रही है और युवाओं की शक्ति का सही संचालन करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यूथ मिशन के तहत युवा क्लब बनाए जाने महिला उद्यमिता कार्यक्रम तेजस्वनी, हौसला का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है हम उन्हें कौशल और वैज्ञानिक सोच रहे हैं। मुमकिन, तेजस्विनी , टूरिस्ट विलेज नेटवर्क, और अन्य योजनाएं शुरू की गई हैं। इससे पहले जम्मू-कश्मीर में इंडस्ट्री को इतना बढ़ावा नहीं मिला।
हमने 28400 करोड रुपए की नई औद्योगिक विकास योजना लाई है ताकि बड़े निवेश को आकर्षित किया जा सके। 10 लाख युवाओं को रोजगार देने के मकसद के साथ काम कर रहे हैं। बैक टू विलेज के बीस युवाओं को और सशक्त बनाया गया है इस साल खेल सुविधाओं के लिए 513 करोड का बजट रखा गया है। स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, साहसिक खेल, समाज, पत्रकारिता, पर्यावरण संरक्षण, कला, संगीत महिला सशक्तिकरण आदि में 46 युवाओं को अवार्ड दिए गए।