जम्मू-कश्मीर में निकाय और पंचायत चुनाव से मजबूत हुई लोकतंत्र की जड़ें: ओम बिरला
Parliamentary Outreach Program In Kashmir ओम बिरला ने कहा कि उन्होंने गत एक सप्ताह के दौरान जम्मू कश्मीर और लद्दाख के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया है। पंच-सरपंचों और प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की है। यहां पंचायतें बेहतर काम कर रही हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि जम्मू कश्मीर में स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव से लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हुई हैं। यहां की पंचायतें जनता की आशाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप आमजन के जीवन में सामाजिक-आॢथक परिवर्तन लाने के लिए काम कर रही हैं। संसदीय स्थायी समितियों को जम्मू कश्मीर, लद्दाख व पूर्वाेत्तर राज्यों में नियमित दौरे कर स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं और विकास कार्यों का जायजा लेना चाहिए। उन्हेंं स्थानीय लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए सुझाव सरकार को देने चाहिए।
ओम बिरला ने मंगलवार को श्रीनगर में पंचायती राज के सशक्तीकरण के लिए संसदीय आउटरीच कार्यक्रम को संबोधित किया। यह कार्यक्रम उनकी खुद की अनूठी पहल है। शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने लोकतांत्रिक संस्थानों के कामकाज को निर्बाध और बेहतर बनाने के लिए एक एसओपी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम जमीनी स्तर पर लोकतांत्रिक संस्थानों को और ज्यादा मजबूत, पारदर्शी और जिम्मेदार बनाने लिए ही है। ग्राम पंचायतों जैसे संस्थान आम लोगों की जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं।
महात्मा गांधी ने आजादी के समय कहा था कि विकास की शुरुआत नीचे से होनी चहिए। इसलिए पंचायती राज का मजबूत होना जरूरी है। सशक्त पंचायतें लोकतंत्र को और मजबूत बनाएंगी। प्रदेश के करीब 100 पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रत्यक्ष और बड़ी संख्या में लोगों ने आनलाइन तरीके से कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण राज्यमंत्री रामदास अठावले, केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी, सांसद डा. फारूक अब्दुलला और जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा. निर्मल सिंह ने हिस्सा लिया।
पंचायतों की तारीफ, विकास कार्यों की सराहना
ओम बिरला ने कहा कि उन्होंने गत एक सप्ताह के दौरान जम्मू कश्मीर और लद्दाख के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया है। पंच-सरपंचों और प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की है। यहां पंचायतें बेहतर काम कर रही हैं। उन्होंने जम्मू कश्मीर में हो रहे विकास की सराहना की। उन्होंने आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रमों का भी जिक्र किया। उन्होंने पंचायत राज सस्थानों के प्रतिनिधियों के क्षमता विकास के लिए का लोकसभा सचिवालय द्वारा व्यवस्था करने का भरोसा दिया।
पयर्टन और कृषि उत्पादन में बड़ी संभावनाएं
ओम बिरला ने कहा कि यहां का प्राकृतिक सौंदर्य और लोगों की जीवंतता अद्वितीय है। लोगों की शालीनता और देश के प्रति प्रतिबद्धता अद्भुत है। पर्यटन, हस्तशिल्प और कृषि उत्पादन में जम्मू कश्मीर में बड़ी संभावनाएं हैं। देश-विदेश के पर्यटक कश्मीर के गांवों में जाकर स्थानीय उत्पाद खरीदना चाहते हैं। इन उत्पादों के अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए लोकतांत्रिक संस्थाएं काम करें। कश्मीर के युवा स्टार्टअप तैयार कर रहे हैं। गांव में रोजगार मांगने नहीं, देने का काम हो रहा है। यकीन है कि विकास और रोजगार के क्षेत्र में जल्द ही जम्मू कश्मीर पूरे देश में अग्रणी होगा।