अब बिजली की कमी नहीं होने देंगे 49 प्रोजेक्ट
उपराज्यपाल ने पत्नीटाप में अंडरग्राउंड केबल इन वर्क का भी लोकार्पण किया। यह निर्माण कार्य 12. 6 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। इसके बनने से पत्नीटाप व आसपास के इलाकों में बिजली सप्लाई में बेहतरी आएगी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने सोमवार को प्रदेश के आठ जिलों में बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 81 करोड़ रुपये की लागत से तैयार विद्युत विकास विभाग के 49 प्रोजेक्ट लोकार्पित किए। उन्होंने 98.45 करोड़ की लागत से सात नए सब स्टेशन बनाने का नींव पत्थर भी रखा।
विद्युत विकास विभाग के 49 प्रोजेक्टों के बनने से 250 एमबीए अतिरिक्त बिजली मिलेगी। इससे पर्यटन स्थल पत्नीटाप, जम्मू के बीरपुर औद्योगिक क्षेत्र व अन्य कुछ जगहों पर 31 हजार उपभोक्ताओं, 300 उद्योगों, 40 गांवों, 60 सरकारी कार्यालयों व 200 होटलों में बिजली की जरूरतें पूरी होंगी। उपराज्यपाल ने जम्मू के राजभवन से इन परियोजनाओं का ई उद्घाटन किया। उपराज्यपाल ने पत्नीटाप में अंडरग्राउंड केबल इन वर्क का भी लोकार्पण किया। यह निर्माण कार्य 12. 6 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। इसके बनने से पत्नीटाप व आसपास के इलाकों में बिजली सप्लाई में बेहतरी आएगी। इसके साथ ही उपराज्यपाल ने जम्मू के बीरपुर इंडस्ट्रियल कांप्लेक्स के लिए 20 एमबीए के सब स्टेशन का भी लोकार्पण किया।
उपराज्यपाल ने जम्मू, कठुआ के विभिन्न हिस्सों व कटड़ा में 10 एमबीए की क्षमता के 10 पावर ट्रांसफार्मरों का भी लोकार्पण किया। ये ट्रांसफार्मर 18.3 करोड़ की लागत से लगाए गए हैं। इनसे 18 हजार लोगों को फायदा होगा।
9550 उपभोक्ताओं को लाभ: उपराज्यपाल ने बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 130 करोड़ की लागत के 37 सब स्टेशन भी लोकार्पित किए। इनके स्थापित होने से 45.6 एमवी अतिरिक्त बिजली उपलब्ध होगी। इससे 9550 उपभोक्ताओं को लाभ होगा।
17 करोड़ के सात प्रोजेक्ट: उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने राजौरी, पुंछ व जम्मू के लिए सात प्रोजेक्ट का नींव पत्थर भी रखा। 17 करोड़ की लागत के इन प्रोजेक्टों के बनने से 38.9 एमवी अतिरिक्त बिजली मिलेगी। इनसे 6500 उपभोक्ताओं को लाभ होगा। किसानों की सुविधा के लिए चार प्रोजेक्टों का उद्घाटन
जागरण संवाददाता, जम्मू : उप राज्यपाल जीसी मुर्मू ने सोमवार को जम्मू कश्मीर एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कारपोरेशन व हार्टीकल्चर प्लानिग एंड मार्केटिंग के चार प्रोजेक्टों का उद्घाटन किया। इसमें 5000 एमटी क्षमता वाले क्लाइमेट कंट्रोल स्टोरेज प्लांट भी शामिल हैं। वहीं, हार्टीकल्चर प्लानिग एंड मार्केटिग विभाग के तीन प्रोजेक्टों में नरवाल मंडी में नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट, फ्रूट एंड वेजीटेवल मार्केट बिश्नाह, कठुआ में अपनी मंडी चड़वाल शामिल हैं। इन प्रोजेक्टों के शुरू होने से किसानों का उत्पाद आसानी से बिक सकेगा। बिश्नाह में नई सब्जी मंडी 20 कनाल भूमि में फैली हुई है। यहां किसानों व व्यापारियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। इसी तरह कठुआ में अपनी मंडी से भी किसानों को लाभ होगा। 99.90 लाख रुपये के इस प्रोजेक्ट पर मार्च तक 65.47 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उप राज्यपाल ने तालाब तिल्लो स्थित क्लाइमेट कंट्रोल स्टोरेज प्लांट का नींव पत्थर रखा। 10 कनाल में बनने जा रहे इस प्लांट पर 23 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस प्लांट में 21 कोल्ड स्टोरेज भी होंगे। जैविक खेती के लिए जल्द नीति बनाई जाए
राज्य ब्यूरो, जम्मू : उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने शेर-ए-कश्मीर कृषि, विज्ञान एवं तकनीक विश्वविद्यालय जम्मू के वीसी से कहा है कि प्रदेश में जैविक फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जैविक खेती की नीति तैयार की जाए। सोमवार को उन्होंने विश्वविद्यालय के चज्ञ कैंपस का दौरा किया। यहां उन्होंने पीजी गर्ल्स हॉस्टल, आवासीय ब्लॉक, विवि के हेल्थ सेंटर में बिस्तर के साथ ही ऑक्सीजन सुविधा का उद्धाटन किया। उन्होंने गर्ल्स हॉस्टल में पौधे भी लगाए। उपराज्यपाल ने कहा कि किसानों तक रिसर्च गतिविधियों का फायदा पहुंचाया जाए। चज्ञ कैंपस में नई ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जानी चाहिए। कोरोना को देखते हुए विवि में इंटरनेट के ढांचे को मजबूत किया जाए। उन्होंने जम्मू कश्मीर में विशेष खाद्य प्रस्स्करण जोन स्थापित किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि जैविक खेती के लिए नीति का ड्राफ्ट तैयार किया जाए। इस मौके पर उन्होंने आत्मनिर्भर भारत आत्म निर्भर किसान, पैकेज आफ प्रैक्टिस फॉर वेजीटेबल एंड खरीफ क्राप, पोल्ट्री प्रोडक्शन एंड मैनेजमेंट पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने कोरोना संक्रमणकी चुनौती के बीच कार्य कर रहे वैज्ञानिकों की सराहना की। वेट वेल्यूस एप को भी लांच किया गया। फसलों का उत्पादन बढ़ाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को आधुनिक तकनीक का फायदा दिया जाए। उतपादन बढ़ाकर हमें इसे राष्ट्रीय स्तर पर लाना होगा। उन्होंने फलों, औषधीय पौधों, बांस की खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया। यहां प्रदर्शनी में उपराज्यपाल ने विवि की तरफ से तैयार फसलों की किस्मों, एकीकृत फसल मॉडल को देखा। कृषि विज्ञान केंद्रों ने मिल्क केक, जैविक शहद, बांस के स्टाल लगाए थे। इससे पहले वीसी प्रो. जेपी शर्मा ने उपराज्यपाल को अकादमिक और रिसर्च गतिविधियों की जानकारी दी। उपराज्यपाल के साथ प्रदेश की पहली महिला डॉ. स्मिता मुर्मू भी थीं।