Jammu Kashmir: LG सिन्हा ने प्रदेश के लोगों से कहा-यकीन रखिये, प्रत्येक क्षेत्र में आएगी विकास की नई क्रांति
अब तक का यह सबसे बड़ा बजट है। जम्मू कश्मीर में बिजली ढांचे में सुधार के लिए अल्पकालिक दीर्घकालिक उपाय लागू किए जा रहे हैं। नई परियोजनाओं को शुरू किया जा रहा है। अगले दो साल में लोगों को 24 घंटे बिजली मिलेगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अगले एक साल के दौरान जम्मू कश्मीर में प्रत्येक क्षेत्र में बुनियादी ढांचागत विकास में एक नई क्रांति का यकीन दिलाया है। बुधवार को उन्होंने कहा कि हमारा मकसद प्रदेश में जन प्रशासनिक व्यवस्था की बहाली है। हम जम्मू कश्मीर में स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क संपर्क पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। सभी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विकास में लगे हुए हैं।
एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में उपराज्यपाल ने बताया कि जल्द ही रेडियो कार्यक्रम अवाम की बात का प्रसारण किया जाएगा। इसमें जनता के वह मुद्दे उठाए जाएंगे जो लोगों ने लिखित तौर पर मेरे संज्ञान में लाए होंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 के बजट का 37 फीसद हिस्सा विकास और बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं पर ही खर्च होगा। जम्मू कश्मीर का बजट 1,07,621 करोड़ रुपये है।
अब तक का यह सबसे बड़ा बजट है। जम्मू कश्मीर में बिजली ढांचे में सुधार के लिए अल्पकालिक, दीर्घकालिक उपाय लागू किए जा रहे हैं। नई परियोजनाओं को शुरू किया जा रहा है। अगले दो साल में लोगों को 24 घंटे बिजली मिलेगी। सात नए मेडिकल कालेज व अस्पताल, दो एम्स, दो कैंसर संस्थान भी स्थापित किए जा रहे हैं। मेडिसिटी की परियोजना भी है। नई औद्योगिक परियोजना लागू की जा रही है।
तीन साल में पूरी होगी मेट्रो परियोजना: उपराज्यपाल ने बताया कि नई शिक्षा नीति को प्रभावी बनाने के लिए कार्यदल बनाया गया है। पूरे प्रदेश में 607 वोकेशनल लैब बनाई गई हैं। दोनों राजधानी शहरों को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। जम्मू और श्रीनगर शहर के लिए मेट्रो परियोजना भी है। इसे अगले तीन साल में पूरा किया जाएगा। सरकारी कार्यों में पारदर्शिता के लिए ई-आफिस व्यवस्था पूरी तरह लागू होगी।
अमरनाथ श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ा रहे: उपराज्यपाल ने कहा कि अमरनाथ यात्रा के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ खास जगह श्रद्धालुओं के ठहराने की सुविधा व क्षमता को बढ़ा रहे हैं। यात्रियों को सुरक्षित और शांत वातावरण मिलेगा। इसके लिए एक प्रभावी रणनीति पर भी काम किया गया है।
पाक को सद्बुद्धि दे खुदा: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अल्लाह से पाकिस्तान को सद्बुद्धि देने की कामना की। उन्होंने कहा कि पड़ोसी मुल्क को समझ लेना चाहिए कि अगर वह आग लगाएंगे तो उसमें खुद जलेंगे। इसलिए उन्हेंं आतंकवाद का खेल बंद करना चाहिए। उन्होंने एलओसी पर जंगबंदी और पाकिस्तान के नेताओं द्वारा बढ़ाए जा रहे दोस्ती के हाथ पर कहा कि पाकिस्तान के नेताओं को अपने देश के नागरिकों की चिंता करनी चाहिए। वहां गरीबी है, अशिक्षा है, लोग कोरोना से मर रहे हैं। हमारी सेना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर सेना है। गलवन घाटी समेत विभिन्न जगहों पर हमारी सेना ने लड़ा है और दुश्मन को हराया है। इसलिए वह समझ लें कि अगर आग लगाएंगे तो खुद जल जाएंगे। इसलिए पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर में आतंकी हिंसा का खेल बंद करना चाहिए।
जांच एजेंसियों पर आरोप बेबुनियाद: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती व अन्य कई नेताओं द्वारा ईडी, एनआइए व सीबीआइ के खिलाफ दु़रुपयोग के आरोपों को उपराज्याल ने बेबुनियाद बताया है। उन्होंंने कहा कि इस तक नकारात्मक प्रचार को बंद करना चाहिए। इन संस्थानों को स्वतंत्र रूप से अपना काम करने देना चाहिए। देश में बहुत से लोग विपक्ष में हैं, उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं हो रही है। जो इन संस्थाओं के दुरुपयोग की बात करते हैं, वह एक प्रमाण दें कि वह दूध के धुले हुए हैं। मैं वचन देता हूं किउनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी।
तिरंगे को सरकारी इमारतों पर नहीं लहराने वालों पर कार्रवाई: जम्मू कश्मीर में सरकारी इमारतों पर राष्ट्रध्वज लहराने के अपने फैसले को सही ठहराते हुए मनोज सिन्हा ने कहा कि भारत कोई जमीन का टुकड़ा नहीं है। न्यायालय ने भी आदेश दिया है कि सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रध्वज लहराया जाए। मुझे लगता है कि प्रत्येक सरकारी इमारत पर राष्ट्रध्वज, प्रत्येक छत पर राष्ट्रध्वज गौरव की बात है। जो इस आदेश पर अमल नहीं करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
जम्मू कश्मीर में जल्द फैलेगा प्रकाश: जम्मू कश्मीर में सुधरते हालात का जिक्र करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि अभी लोगों ने सूरज की किरण देखी हं, जल्द ही पूरा प्रकाश भी देखेंगे। मेरा आठ माह का जो सफर रहा है, उसका मूल्यांकन यहां के लोग करेंगे और वही सही होगा। हमने यहां तरक्की व खुशहाली के लिए कई कदम उठाए हैं, जब परिणाम नजर आएंगे तो लोग आकलन भी करेंगे। जब मैंने जम्मू कश्मीर में उपराज्यपाल का कार्यभार संभाला तो मैंने देखा कि यहां लोगों के पास अपनी बात कहने लिए कोई प्लेटफार्म नहीं है। हमने जनता को एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराने का प्रयास किया है जहां वह अपनी बात कह सके। सभी जिला अधिकारियों को जनता दरबार में भाग लेन के लिए कहा है। पंचायत राज्य व्यवस्था को त्रिस्तरीय लागू किया जा रहा है।