National Police Day: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुलिस से कहा-किसी बेगुनाह को न छेड़ें-किसी गुनाहगार को न छोड़ें
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस दुनिया के उन चुनिंदा पुलिस संगठनों में एक है जो कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ एक छद्म युद्ध का भी पूरी तरह मुकाबला कर रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की दूसरी मिसाल मिलना मुश्किल है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रविरोधी तत्वों, आतंकियों और अपराधियों के साथ उदारता नहीं बरती जाएगी, उनके खिलाफ कानून के तहत कठोर कार्रवाई ही होगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर पुलिस को यह स्पष्ट आदेश दिए कि किसी भी बेगुनाह को न छेड़ें और किसी गुनाहगार न छोड़ें।
वह जेवन में राष्ट्रीय पुलिस दिवस के मौके पर आयोजित एक श्रद्धांजली समारोह के बाद उपस्थित पुलिसकर्मियों, अधिकारियों व अन्य गणमान्य नागरिकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सोशल मीडिया के दुरुपयोग से सभी काे सचेत रहने का आग्रह करते हुए कहा कि समाज में लगातार बढ़ रही धार्मिक कट्टरपंथी सोच पर काबू पाना बहुत जरुरी है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस दुनिया के उन चुनिंदा पुलिस संगठनों में एक है, जो कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ एक छद्म युद्ध का भी पूरी तरह मुकाबला कर रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की आतंकवाद के खिलाफ भूमिका और इसके जवानों व अधिकारियों ने जिस राष्ट्रभक्ति, कर्तव्यनिष्ठा और आत्म बलिदान की भावना का परिचय दिया है, उसकी दूसरी मिसाल मिलना मुश्किल है।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि अगर आज आम लोग अपने घरों में चैन से सो रहे हैं तो यह पुलिस के जवानों व अधिकारियों की मेहनत व कुर्बानियों का नतीजा है। हमारे पुलिस के जवान व अधिनकारी दिन-रात असामाजिक तत्वों, राष्ट्रविरोधी तत्वों, अलगाववादियों और पड़ोसी मुल्क द्वारा तैयार किए गए जिहादियों से केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर को पूरी तरह सुरक्षित रखने के लिए दिन-रात अपनी जान हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं।
मानवाधिकारों के हनन के प्रति शून्य सहनशीलता के सिद्धांत को पूरी तरह अपनाए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस को कहा गया है कि किसी बेगु़नाह को न छेड़ें, लेकिन गुनाहगार को किसी भी कीमत पर न छाेड़ा जाए। गुनाहगारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।