Jammu Kashmir : उपराज्यपाल ने कहा-औद्योगिक अवकाश खत्म, नया जम्मू कश्मीर कारोबार के लिए खुला
Jammu Kashmir जम्मू कश्मीर में औद्योगिक अवकाश समाप्त हो चुका है। मैं विश्व भर के निवेशकों को जम्मू कश्मीर में निवेश के लिए आमंत्रित करता हूं कि वह आएं और जम्मू कश्मीर के द्रुत आर्थिक विकास में साझीदार बनें।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में औद्योगिक अवकाश समाप्त हो चुका है। नया जम्मू कश्मीर आर्थिक विकास, रोजगार के नए लक्ष्य तय करते हुए आगे बढ़ रहा है। जम्मू कश्मीर कारोबार के लिए खुला है।
इलैरा इंडिया डायलाग-2021 में वर्चुअल मोड संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने बीते दो साल के दौरान जम्मू कश्मीर में हुए आर्थिक विकास के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह नया जम्मू कश्मीर है। यह बीते सात दशक की प्रवृत्ति को उलट चुका है और अब आर्थिक विकास, रोजगार और निवेश के लक्ष्य तय करते हुए आगे बढ़ रहा है। हमारा लक्ष्य पूर तरह स्पष्ट है। निवेशकों, व्यापारियों, उद्योगपतियों के साथ समझ-विश्वास बढ़ाते हुए मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए औद्योगिक आधार तैयार करना और सामाजिक स्थिरत को मजबूत बनाना है।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में औद्योगिक अवकाश समाप्त हो चुका है। मैं विश्व भर के निवेशकों को जम्मू कश्मीर में निवेश के लिए आमंत्रित करता हूं कि वह आएं और जम्मू कश्मीर के द्रुत आर्थिक विकास में साझीदार बनें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा राष्ट्र इस समय तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था से आगे महाशक्ति बनने की दिशा में अग्रसर है। जम्मू कश्मीर में भी विकास और खुशहाली के पथ पर तेजी से बढ़ रहा है। जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूत और जीवंत बनान के लिए परंपरागत व गैर परंपरागत उपाय करने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं। कार्यक्रम में इलैरा कैपिटल के चेयरमैन राज भट्ट, पत्रकार अदिती फडनीस और देश विदेश में कंपनी के विभिन्न प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लिया।
लाभ उठाएं निवेशक: जम्मू कश्मीर में 28400 करोड़ की औद्योगिक विकास योजना के असर का जिक्र करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि इसमें विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन, 12 हजार एकड़ का लैंड बैंक, एमएसएमई इको सिस्टम समेत तमाम सुविधाएं और लाभ शामिल हैं। निवेशकों को इसका लाभ उठाना चाहिए। जम्मू कश्मीर में दो माह के दौरान 25 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं और हमें उम्मीद है कि मार्च 2022 तक जम्मू कश्मीर में 50 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आएंगे। उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर में निवेश लायक पूरा माहौल है। जो भी जम्मू-कश्मीर के आर्थिक विकास में सहयोग के लिए आएगा, प्रदेश सरकार उसकी हर संभव मदद करेगी।
सुरक्षा में सुधार, बिजली किराया भी कम : मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य में व्यापक सुधार हुआ है, अपराध दर न्यूनतम है। बिजली किराया भी देश के अन्य भागों से कम है। जुलाई में 10.50 लाख पर्यटक जम्मू कश्मीर आए हैं। बीते माह यह संख्या बढ़कर 11.20 लाख हो गई, यह भी जम्मू कश्मीर में उद्योग जगत के विकास लायक माहौल की पुष्टि करता है। उन्होंने प्रशासनिक सुधारों का जिक्र करते हुए बताया कि 160 नए प्रयास और सुधार बीते दो वर्षों में लाए गए हैं। आज जम्मू कश्मीर मे लगभग 25 हजार एमएमएमई हैं जो कुल निवेश का 60 फीसद है। औद्योगिक क्षेत्र में कुल रोजगार का 90 प्रतिशत एमएसएमई सेक्टर में है।