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Water Sports in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में आठ बड़ी खेल प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन

कश्मीर की जलपरी कहलाने वाले बिल्कीस का जिक्र करते हुए कहा कि मैं कुछ दिन पूर्व ही बिलकीस मीर से मिला उसने कई नवोदित खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया है। उसने अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताआं में जज की भूमिका निर्वाह कर देश और देश के झंडे तिंरगे का मान बढ़ाया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 11:39 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 11:39 AM (IST)
Water Sports in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में आठ बड़ी खेल प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन
यह युवा खिलाड़ी ही हमारे हीरों हैं और हमें इन्हें सम्मान और प्यार देना है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कोरोना महामारी का संकट दूर होते ही जम्मू-कश्मीर में आठ बड़ी खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन का एलान किया। सिन्हा ने कहा कि जल्द ही कश्मीर में एक वॉटर स्पोर्ट्स एकेडमी भी स्थापित की जाएगी। जम्मू संभाग के बसोहली में भी रंजीत सागर झील में ऐसा ही एक बड़ा वॉटर स्पोर्ट्स सेंटर बनेगा। उन्होंने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर को देश का सर्वश्रेष्ठ अत्याधुनिक खेल केंद्र बनाने के मिशन पर काम कर रहे हैं। उपराज्यपाल ने यह बात श्रीनगर के नेहरु पार्क के पास डल झील में प्रदेश में अपनी तरह के पहले सर्व सुविधा संपन्न वॉटर स्पोर्ट्स सेंटर को जनता को समर्पित करने के बाद अपने संबोधन में कही।

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डल में वॉटर स्पोर्ट सेंटर का निर्माण प्रधानमंत्री विकास कार्यक्रम के तहत किया गया है। उपराज्यपाल ने वॉटर स्पोर्ट्स सेंटर को रिकार्ड समय में तैयार करने के लिए संबधित अधिकारियों और खिलाड़ियों को मुबारक देत हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर को खेल गतिविधियों का एक सर्वश्रेष्ठ व आदर्श केंद्र बनाने के लिए सरकार बहुआयामी योजना पर लगातार काम कर रही हे। जम्मू-कश्मीर में कई जल निकाय हैं जो वॉटर स्पोर्ट्स के लिहाज से बहुत ही उपयोगी हैं।

जम्मू-कश्मीर में वॉटर स्पोर्ट्स के विकास की पूरी संभावना है और इसका आवश्यक ढांचा तैयार करने के लिए सभी सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। वॉटर स्पोर्ट्स की पर्याप्त सुविधाओं के उपलब्ध होने से न सिर्फ स्थानीय खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने और देश-विदेश में जम्मू-कश्मीर व देश का नाम रोशन करने में खुद को समर्थ बनाने में मदद मिलेगी बल्कि यहां वॉटर स्पोर्ट्स टूरिज्म का भी विकास होगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ पहुंचगा।

उन्होंने जम्मू-कश्मीर में खेल गतिविधियोंं के समग्र विकास के लिए केंद्र शासित प्रदेश द्वारा किए जा रहे कार्याें का जिक्र करते हुए बताया कि बीत दो माह के दौरान बहुत से इंडोर स्पोर्टस हॉल, मैदान और स्टेडियम जनता को समॢपत किए गए है। प्रदेश की प्रत्येक पंचायत और वार्ड में खिलाडिय़ों के लिए खेल का साजो सामान भी बांटा गया है। यहां खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। स्थानीय खिलाड़ियों ने मौका मिलने पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित किया है। इसलिए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को 53 विभिन्न प्रकार के खेलों में ओलंपक सतर का प्रशिक्षण भी दिलाने का फैसलाकियाहै।

उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर क युवाओं को प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल प्रशिक्षण व सुविधाएं उपलब्ध कराने और जम्मू-कश्मीर को देश का सर्वश्रेष्ठ अत्याधुनिक खेल केंद्र बनाना ही मेरा मकसद है। इसलिए मैंनिजी तौर पर एक समग्र, समावेशी खेल नीति को तैयार करने का प्रयास कर रहा हूं। हमारे खिलाडिय़ों की प्रतिभा को निखार उन्हेंं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेन में समर्थ बनाने वाले योग्य कोच जुटाने का प्रयास कर रहा हूं।

उन्होंने वॉटर स्पोर्ट्स केंद्र का जिक्र करते हुए कहा कि निकट भविष्य में इसमें और भी सुविधांए उपलब्ध करायी जाएंगी। हम एक वॉटर स्पोर्टस अकादमी भी तैयार करेंगे जिसमें हम अपने प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की निगरानी-संरक्षण और प्रशिक्षण को सुनिश्चित बनाएंगे। मुझे पूरा यकीन है कि इन सुविधाओं के आधार पर हम जल्द ही ओलंपिक में वॉटर स्पोर्टस वर्ग में पदक जीतने का सपना हकीकत में बदल लेंगे।

उन्होंने कश्मीर की जलपरी कहलाने वाले बिल्कीस मीर का जिक्र करते हुए कहा कि मैं कुछ दिन पूर्व ही बिलकीस मीर से मिला उसने कई नवोदित खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया है। उसने अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताआं में जज की भूमिका निर्वाह कर देश और देश के झंडे तिंरगे का मान बढ़ाया है।

खिलाड़ियों के विकास व सहयोग के लिए कार्पाेरेट जगत से अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के निर्वाह का आहवान करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि मेरा मानना है कि हमें एक दो प्रतियोगिताओं का आयोजन कर, खिलाड़ियों को चंद रुपय नकद इनाम देकर, हम खेल-खिलाड़ी का सही विकास नहीं कर सकते, युवाओं को खेलों को कैरियर के तौर पर अपनाने के लएि प्रोत्साहित नहीं कर सकते। इसके लिए एक समग्र समावेशी व आकॢषक खेल नीति के साथ साथ खिलाड़ियों के लिए आय-आजीविका का एक सुरक्षित व सुनिश्चित साधन भी होना चाहिए।

हम जम्मू-कश्मीर जल्द ही एक ऐसा तंत्र विकसित व कार्यान्वित करेंगे। यह युवा खिलाड़ी ही हमारे हीरों हैं और हमें इन्हें सम्मान और प्यार देना है। उपराज्यपाल ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारे युवा सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे अवसरों व सुविधाओं का लाभ उठाकर, अपनी ऊर्जा को सकारात्मक गतिविधियां में खर्च कर अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में तिरंगा फहराएंगे। 


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