उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दिए निर्देश- जल्द पूरा हो मुबारक मंडी के जीर्णोद्धार का काम
देश में जम्मू कश्मीर के विलय के बाद मुबारक मंडी की उपेक्षा का दौर शुरू हो गया। जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार के सभी प्रमुख सरकारी कार्यालय इसी परिसर में बनाए गए थे। जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय व अन्य अधीनस्थ अदालतें भी करीब दो दशक पहले तक इसी परिसर में थीं।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को जम्मू के प्रमुख ऐतिहासिक विरासत स्थल मुबारक मंडी परिसर के जीर्णाेद्धार और पुनर्बहाली कार्य की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने कार्य को शीघ्र पूरा करने पर जोर देते हुए कहा कि यह जम्मू में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
डोगरा शासकों के शौर्य व गौरव का प्रतीक मुबारक मंडी परिसर को दरबार गढ़ भी पुकारा जाता है। वर्ष 1925 तक डोगरा शासक इसी परिसर में निवास करते थे। यहीं से अपना शासन चलाते थे। अंतिम डोगरा शासक स्व. महाराजा हरि ¨सह ने राजगद्दी संभालने के बाद मुबारक मंडी से करीब सात किलोमीटर की दूरी पर हरि निवास को अपना नया निवास बनाया था। इसके बावजूद सभी प्रमुख राजकीय समारोह और दरबार का आयोजन मुबारक मंडी में ही होता रहा।
देश में जम्मू कश्मीर के विलय के बाद मुबारक मंडी की उपेक्षा का दौर शुरू हो गया। जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार के सभी प्रमुख सरकारी कार्यालय इसी परिसर में बनाए गए थे। जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय व अन्य अधीनस्थ अदालतें भी करीब दो दशक पहले तक इसी परिसर में थीं। रखरखाव के उचित अभाव में मुबारक मंडी परिसर में स्थित कई पुराने महल नष्ट हो गए। इसके अलावा इस परिसर को आग ने भी कई बार नुकसान पहुंचाया।
विभिन्न संगठनों ने उठाई थी संरक्षण की आवाज : विभिन्न सामाजिक संगठनों और जम्मू प्रांत के लोगों द्वारा मुबारक मंडी के संरक्षण की आवाज उठाए जाने पर लगभग 15 वर्ष पूर्व जम्मू कश्मीर सरकार ने इसके संरक्षण और जीर्णाेद्धार के लिए 53 करोड़ रुपये की एक परियोजना तैयार की थी। बाद में जून 2008 में इस राशि को बढ़ाकर 253.92 करोड़ रुपये किया गया। इसके अलावा मुबारक मंडी जम्मू हेरिटेज सोसायटी का भी गठन किया गया। मौजूदा समय में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ही इस सोसाइटी के अध्यक्ष हैं। उपराज्यपाल ने मुबारक मंडी परिसर के विभिन्न भवनों के जीर्णाेद्धार कार्य की प्रगति का जायजा लेते हुए कहा कि इसका संरक्षण और इसकी पुर्नबहाली जम्मू वासियों के इच्छा के अनुरूप जल्द होनी चाहिए।