लेह हिल काउंसिलरों को गणतंत्र दिवस समारोह स्थल में प्रवेश करने से रोकने पर दो पुलिसकर्मी अटैच
लेह के पोलो ग्राउंड में गत बुधवार सुबह गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे सभी दलों के काउंसिलरों को पुलिस ने कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत नहीं दी थी। करीब पंद्रह मिनट के बाद प्रदर्शन कर रहे इन लोगों को अंदर आने के लिए कहा गया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह आटोनामस हिल डेवलपमेंट काउंसिल लेह के काउंसलिरों ने उन्हें गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने से रोके जाने पर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
गुस्साए सभी दलों के काउंसलिरों ने प्रशासन पर लेह हिल काउंसिल के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाते हुए मामले में जांच करने की मांग की है। ऐसे हालात में उपराज्यपाल प्रशासन ने मामले में कार्यवाही करते हुए दो पुलिस कर्मियों को अटैच कर दिया है। काउंसिलरों का आरोप है कि प्रशासन ने जानबूझा कर उन्हें कार्यक्रम में हिस्सा लेने से रोका है। उन्होंने अलग स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन की चेतावनी दी है।
लेह के पोलो ग्राउंड में गत बुधवार सुबह गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे सभी दलों के काउंसिलरों को पुलिस ने कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत नहीं दी थी। करीब पंद्रह मिनट के बाद प्रदर्शन कर रहे इन लोगों को अंदर आने के लिए कहा गया। लेकिन गुस्साए सभी काउंसिलरों ने कार्यक्रम का बहिष्कार करते हुए अंदर आने से इंकार कर दिया। काउंसिलरों ने कहा है कि उन्हें गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा नहीं लेने दिया गया। ऐसे में वे अब 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस पर अलग से कार्यक्रम करेंगे। काउंसिलरों के खिलाफ साजिश हुई है। इस पर उपराज्यपाल को जवाब देना चाहिए।
इस पर लेह हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर ताशी गयालसन ने भी ऐतराज जताते हुए कहा है कि इस मामले में जांच होनी चाहिए कि काउंसिलरों को क्यों रोका गया। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर उपराज्यपाल, लद्दाख पुलिस के एडीजीपी व सलाहकारों से बात की है। यह जानना जरूरी है कि सभी राजनीतिक दलों के काउंसिलरों को कार्यक्रम में शामिल लेने होने से क्यों रोका गया। इस पर भाजपा के काउंसिलर मोरूप दोरजे का कहना है कि हिल काउंसिल एक सर्वोच्च संस्थान है। काउंसिलरों को निमंत्रण पत्र मिले थे। ऐसे में उन्हें क्यों रोका गया इसकी जांच कर सच्चाई सामने लानी चाहिए।
वहीं यह मुद्दा गर्माने के बाद पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही करते हुए एक सब इंस्पेक्टर शिवांग पाल्जोर व कांस्टेबल अब्दुल गनी को जिला पुलिस लाइन में अटैच कर दिया है।